आलाकमान ने उत्तराखण्ड कांग्रेस के क्षत्रपों को टिकट बितरण में पहली बार सुंघाई जमीन

आलाकमान ने उत्तराखण्ड कांग्रेस के क्षत्रपों को टिकट बितरण में पहली बार सुंघाई जमीन/
जारी किये जाने के दो घण्टे पहले लीक हो गयी थी कांग्रेसी प्रत्याषियों की लिस्ट
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देर रात आस्कर फर्नाडिस द्वारा जारी की गयी 65 प्रत्याषियों की लिस्ट में दो घण्टे पहले चली अटकलें सच निकली। पर इस लिस्ट से कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेष में कई वर्शो से चल रही चोधराहट की एक प्रकार से हवा ही निकाल दी। इस समय टिकटों का वितरण में क्षत्रपों की नहीं अपितु कांग्रेस के आलाकमान की चली। हालत यह रही कि पोड़ी जनपद के लेन्सीडान क्षेत्र के विधायक के रूप में रहने के बाबजूद स्वयं वर्शों से डोईवाले में टिकट की नजर गाडे हुए टिकट वितरण समिति के एक मजबूत सदस्य हरकसिंह रावत को अपना जनपद पोड़ी छोड़ कर देहरादून से चुनाव लड़ने की हसरत मजबूरी में छोड़ कर अन्ततः रूद्रप्रयाग में चुनाव मैदान में उतरना पड़ रहा है। वहीं प्रदेष अध्यक्ष यषपाल आर्य को अपनी पसंदी सीट नैनीताल के बजाय बाजपुर लड़नी पड़ी। वहीं सतपाल महाराज अपने सबसे करीबी सिपाहेसलार सूरवीरसिंह सजवान को उनकी देवप्रयाग वाली सीट पर टिकट तक नहीं दिला पाये। वहीं हरीष रावत के प्रबंल दलीय विरोधी मदन बिश्ट इस बाद ताल ठोक कर द्वाराहाट से टिकट ले जाने में कामयाब रहे। वहीं टिकट वितरण को देख कर साफ लग गया कि किसी भी क्षत्रप के परिजनों को या पुत्रो को टिकट नहीं मिली।
(क्या ये सच है ? या खबर हवाई -कांग्रेस की चैकाने वाली लिस्ट /कल तक निषंक को चुनावी मैदान मेें प्रदेष की किसी भी सीट से चुनाव लड़ने की हुंकार भरने वाले डा हरक सिंह रावत डोईवाला से चुनाव मैदान से उतरने के बजाय रूद्र प्रयाग में जाने की अटकलें । चोबटाखाल से राहुल ब्रिगेड़ के नोजवान राजपाल बिश्ट का नाम, देवप्रयाग से सतपाल महाराज के करीबी मंत्री प्रसाद नैथानी की जगह टिहरी के दिग्गज नेता सूरवीरसिंह सजवान का नाम। द्वाराहाट से मदन सिंह बिश्ट । लेन्सीडान से युवा कांग्रेस नेत्री ज्योति रोतेला का नाम आने व यमकेष्वर से सरोजनी केंतुरा का नाम उछला।  सचाई का कुछ ही देर बाद निकलने वाली कांग्रेसी सूची से पता चलेगा। देखना हे इस हवाई फुसफुसाहट में कितनी सच्चाई है? उपरोक्त खबरे कांग्रेस द्वारा अधिकृत सूची के जारी किये जाने के डेढ़ घण्टा पहले उड रही थी। जो मेने रात को अपने फेस बुक मित्रों तक इन अटकलों को यह खिलखते हुए जारी किया था । जो षत प्रतिषत सच निकली।) आखिरकार अधिकृत सूची कांग्रेस ने देर रात जारी कर दी। इस सूची के प्रत्षाषियों के नाम इस प्रकार है (1) पुरोला (एससी) राजेश जुआंठा (2) यमुनोत्री केदार सिंह रावत (3) गंगोत्री विजयपाल सिंह सजवाण (4) बद्रीनाथ राजेन्द्र भंडारी (5) थराली (एससी) जीत राम (6) कर्णप्रयाग अनुसूया प्रसाद मैखुरी (7) केदारनाथ श्रीमती शैलारानी रावत (8) रुद्रप्रयाग डा. हरक सिंह रावत (9) घनसाली (एससी) धनीलाल शाह (10) देवप्रयाग शूरवीर सिंह सजवाण (11) नरेंद्रनगठ सुबोध उनियाल (12) प्रतापनगर विक्रम सिंह नेगी (13) टिहरी किशोर उपाध्याय (14) धनौल्टी मनमोहन सिंह मल्ल (15) चकराता (एसटी) प्रीतम सिंह (16) विकासनगर नवप्रभात (17) धर्मपुर दिनेश अग्रवाल ((18) रायपुर उमेश शर्मा (19) राजपुर रोड (एससी) राजकुमार (20) मसूरी जोत सिंह गुनसोला (21) ऋषिकेश राजपाल सिंह खैरोला (22) हरिद्वार सतपाल ब्रह्मचारी (23) बीएचईएल रानीपुर बलवंत सिंह चैहान (24) ज्वालापुर (एससी) श्रीमती बृजरानी (25) भगवानपुर (एससी) सत्यपाल सिंह (26) झबरेड़ा (एससी) राजपाल सिंह (27) पिरान कलियर फुरकान अहमद (28) रुड़की प्रदीप बतरा (29) खानपुर कुंवर प्रणव सिंह (30) मंगलौर काजी मोहम्मद निजामुद्दीन (31) लक्सर राम सिंह सैनी (32) हरिद्वार(ग्रामीण) इरशाद अली (33) यमकेष्वर श्रीमती सरोजिनी कैंतुरा (34) पौड़ी(एससी) सुंदर लाल मंदरवाल (35) श्रीनगर गणेश गोदियाल (36) चैबट्टाखाल राजपाल सिंह बिष्ट (37) लैंसडौन श्रीमती ज्योति रौतेला (38) कोटद्वार सुरेंद्र सिंह नेगी (39) धारचूला हरीश धामी (40) डीडीहाट रेवती जोशी (41) पिथौरागढ़ मयूख सिंह महर (42) गंगोलीहाट (एससी) नारायण राम आर्य (43) कपकोट ललित फरस्वाण (44) बागेष्वर (एससी) राम प्रसाद टम्टा (45) द्वाराहाट मदन सिंह बिष्ट (46) सल्ट रणजीत सिंह रावत (47) रानीखेत करन मेहरा (48) सोमेष्वर (एससी) राजेंद्र बाराकोटी (49) अल्मोड़ा मनोज तिवारी (50) जागेष्वर गोविंद सिंह कुंजवाल (51) लोहाघाट महेंद्र सिंह मेहरा (52) चम्पावत हेमेश खर्कवाल (53) लालकुआं हरेंद्र बोरा (54) भीमताल राम सिंह केड़ा (55) नैनीताल (एससी) श्रीमती सरिता आर्य (56) हल्द्वानी श्रीमती इंदिरा ह्दयेश (57) कालाढूंगी प्रकाश जोशी (58) रामनगर श्रीमती अमृता रावत (59) जसपुर डा. शैलेन्द्र मोहन सिंघल (60) काशीपुर मनोज जोशी (61) बाजपुर (एससी) यशपाल आर्य (62) रुद्रपुर तिलक राज बेहड़ (63) सितारगंज सुरेश गंगवार (64) नानकमत्ता (एसटी) गोपाल सिंह राणा (65) खटीमा देवेन्द्र चंद्रा प्रमुख रहे। जहां उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के प्रखर छात्र नेता राजपाल बिश्ट को राहुल गांधी के सिपाई के रूप में चोबटाखाल से टिकट मिलने से आंदोलनकारियों में प्रसन्नता है उनको वहां से सतपाल महाराज का भी आषीर्वाद है।, वहीं राहुल की टीम के प्रकाष जोषी को कालाढ़ूगी, राजपाल खेरोला व ज्योति रोतेला को लैन्सीडान से टिकट मिली। कालाढ़ंूगी सीट पर वहां के जमीनी मजबूत नेता महेष षर्मा की प्रदेष अध्यक्ष यषपाल आर्य द्वारा मजबूत पेरवी भी टिकट दिलाने का काम नहीं आ पायी। वहां से राहुल की टीम के प्रकाष जोषी तमाम क्षत्रपों की नानुकुर के बाद भी टिकट ले जाने में सफल रहे। वहीं डा हरक सिंह रावत के अपना जनपद पौड़ी व अपनी पसंदी सीट डोईवाला छोड कर रूद्रप्रयाग से चुनाव मैदान में कुदने से रूद्रप्रयाग के कांग्रेसी नेताओं में भारी आक्रोष है। इसी के साथ मसूरी से जोतसिंह गुनसोला की टिकट बरकरार रख कर कांग्रेसी नेतृत्व ने समझदारी का काम किया। वहीं हरिद्वार से सतपाल ब्रहमचारी को टिकट मिलने के पीछे उनके व उनके बडे गुरू भाई ब्रहमस्वरूप ब्रह्मचारी का अंतिम समय पर अपने स्वदलीय राजनैतिक प्रतिद्वंदी कांग्रेसी दिग्गज हरीष रावत से मेल मिलाप करना सहायक रहा। एक चैकान्ने वाला नाम टिहरी में सबसे जमीनी नेता सूरवीरसिंह सजवाण का अपनी पसंदी सीट देवप्रयाग से कांग्रेस प्रत्याषी बनना रहा। यहां पर कांग्रेसी दिग्गज नेता सतपाल महाराज का सबसे करीबी सिपाहेसलार पूर्व मंत्री, मंत्रीप्रसाद नैथानी का कांग्रेसी प्रत्याषी बनाये जाने के बारे में सभी आष्वस्त थे। इससे पहले कई दिनों से सजवाण कहीं से टिकट को न मिलने की आषंका से बेहद हेरान व परेषान से थे। ऐसी आषंका व्यक्त की जा रही थी कि अगर उनको टिकट नहीं मिलता तो वे इस समय वे हर हाल में चुनाव लड़ेगे। अतिम समय पर उन्होंने कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी , इस सीट से सांसद सतपाल महाराज, केन्द्रीय मंत्री हरीष रावत, सहित तमाम आला नेताओं से अपनी उपेक्षा का षिकायत कर दी थी। इस लिस्ट में एक चैकान्ने वाला नाम अल्मोड़ा जनपद से द्वाराहाट सीट से दिल्ली विष्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मदनबिश्ट का नाम प्रमुखता से आना है।  माना जा रहा है कि कांग्रेसी दिग्गज हरीष रावत के विरोध के बाबजूद प्रभारी चैधरी बीरेन्द्रसिंह व नेता प्रतिपक्ष हरकसिंह रावत के मजबूत पैरवी इस समय हरीष रावत गुट के तमाम विरोध की धार को कुंद करने में सफल रहा। बदरीनाथ सीट से पूर्व कांग्रेसी विद्रोही राजेन्द्र भण्डारी को तमाम विरोध के बाबजूद टिकट दिया गया। वे वर्तमान भाजपा सरकार में निर्दलीय समर्थक के रूप में कबीना मंत्री के पद से इस्तीफा दे कर कांग्रेस में सम्मलित हुए। लैन्सीडान सीट से सतपाल महाराज के पसंीदा प्रत्याषी वरिश्ठ कांग्रेसी नेता धीरेन्द्र प्रताप के बजाय एक साल पहले युवक कांग्रेस की राजनीति में धु्रव तारे की तरह यकायक चमक कर हडकंप मचाने वाली ज्योति रोतेला को दिये जाने से यह सीट पर उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा के प्रमुख ले. जनरल तेजपाल सिंह रावत की झोली में जानी अब ओपचारिकता मात्र रह गयी है।

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