कांग्रेसी दिग्गज तिवारी द्वारा विजय बहुगुणा के इस्तीफे की मांग से कांग्रेस आला कमान पर बढा मुख्यमंत्री को हटाने के लिए भारी दवाब निकाय चुनाव में कांग्रेस, भाजपा से ही नहीं स्वतंत्र प्रत्याशियों ने चटाई धूल, 6 नगर निगमों में कांग्रेस का पूरा सफाया, 4 भाजपा व 2 निर्दलीय इस शर्मनाक हार को भी मुख्यमंत्री बहुगुणा व यशपाल की जीत बता रहे हैं चाटुकार कांग्रेसी उत्तराखंड में टिहरी संसदीय उपचुनाव के बाद नगर निकाय चुनावों में भी कांग्रेस को करारा झटका लगा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता व उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी ने इन चुनावों में करारी हार के लिए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से इस्तीफा मांग कर सबको चैंका दिया। हालांकि कांग्रेस ही नहीं प्रदेश के अधिकांश लोग विजय बहुगुणा को एक पल के लिए भी मुख्यमंत्री के पद पर आसीन नहीं देखना चाहते। परन्तु तिवारी के समर्थन की बदोलत दिल्ली दरवार के प्यादों ने कांग्रेस आला कमान को गुमराह करके जिस प्रकार से मुख्यमंत्री बनाया वह अब तिवारी द्वारा इस्तीफा मांगने की मांग के बाद प्रदेश की राजनीति में जबरदस्त दवाब कांग्रेस आला नेतृत्व पर
Posts
Showing posts from April, 2013
- Get link
- X
- Other Apps
निकाय चुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक पराजय के लिए इस्तीफा दें मुख्यमंत्री बहुगुणा को तुरंत हटाये कांग्रेस आला कमान बहुगुणा को बलात मुख्यमंत्री बनाने से आक्रोशित जनता ने कांग्रेस को निकाय चुनाव में किया दण्डित कांग्रेस नेतृत्व को प्रदेश म ें बहुगुणा को मुख्यमंत्री बनाने के लिए दवाब डालने वाले आत्मघाती प्यादों को भी हटाना चाहिए उत्तराखण्ड प्रदेश में मेयर के हुए चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण समझे जाने वाले प्रदेश के 6 नगर निगमों में पहला चुनाव परिणाम 30 अप्रैल को 11 बज कर 10 मिनट पर रूड़की नगर निगम का आया। मेयर ने रूड़की के मेयर बने निर्दलीय प्रत्याशी यशपाल राणा। हालांकि पहले खबर आयी कि भाजपा के महेन्द्र काला को विजय घोषित किया गया। श्री राणा ने भाजपा के महेन्द्र काला को पुन्न मतगणना के बाद 110 मतों से पराजित किया। निर्दलीय प्रत्याशी यशपाल राणा ने प्रदेश की राजनीति में काबिज कांग्रेस, भाजपा, बसपा, उक्रांद सहित सभी दलों को धूल चटाते हुए विजयी। हरिद्वार संसदीय सीट व रूड़की विधानसभा सीट पर काबिज कांग्रेस को यहां पर हार का मुंह देखने से आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए किसी खतरे की
- Get link
- X
- Other Apps
केन्द्रीय जांच ब्यूरों के हलफनामे से सर्वोच्च न्यायालय आक्रोशित, सरकार व सीबीआई बेनकाब केन्द्रीय जांच ब्यूरों को सरकारी नियंत्रण के पक्ष में है सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली(प्याउ)। सर्वोच्च न्यायालय देश में निष्पक्ष जांच के लिए केन्द् रीय जांच ब्यूरों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त कराना चाहती है। सीबीआई के हलफनामें पर अपनी प्रतिक्रिया करते हुए न्यायालय ने कहा कि सरकार ने हमारा भरोसा तोड़ा है। इस हलफनामे की बातें बहुत ही चिंताजनक हैं। जिस तरह से स्टेटस रिपोर्ट को सरकार के लोगों से शेयर किया गया है उससे पूरी प्रक्रिया को झटका लगा है। कोर्ट ने कहा कि स्टेटस रिपोर्ट सरकार से साझा करने से हमारी जांच की बुनियाद हिल गई है।कोयला घोटाले पर सीबीआई के हलफनामे को लेकर सरकार की किरकिरी और बढ़ गई है। सुप्रीम कोर्ट ने हलफनामे में सरकारी दखल को लेकर सख्त टिप्पणियां की हैं। इसे लेकर हो रही सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सरकार से सीबीआई को सियासी दवाब से मुक्त करने को कहा।इस प्रकरण से सरकार पर लगने वाले इन आरोपों की पुष्टि ही हुई कि सरकार अपने विरोधियों को डराने व धमकाने के लिए सीबीआई का दुरप्रयोग करती
- Get link
- X
- Other Apps
कांग्रेस के कुशासन व भाजपा में नेतृत्वहीनता से व्यथित केजरीवाल की पार्टी को दिल्ली राज्य की बागडोर सौंपना चाहती है जनता प्यारा उत्तराखण्ड की विशेष रिपोर्ट कांग्रेस की शीला सरकार के कुशासन व भाजपा में नेतृत्वविहिनता को देख कर व्यथित आम जनता आगामी विधानसभा चुनाव में सुशासन देने का वादा करने वाले अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को एक अवसर देना चाहती है। जिस प्रकार से डेढ़ दशक से दिल्ली की सत्ता में काबिज दिल्ली की कांग्रेसी सरकार की मुखिया शीला दीक्षित ने सत्तांध हो कर बिजली व पानी के बिलों में भारी बढ़ोतरी करने के साथ दिल्ली की परिवहन व्यवस्था को एक प्रकार से मृतप्रायः करके दिल्ली की आम जनता का जीना दूश्वार कर दिया है। उससे मुक्ति की आश लगा कर भाजपा की तरफ निहार रही दिल्ली की जनता की आशाओं में मुख्य विपक्षी दल भाजपा मंे मदन लाल खुराना के बाद दिल्ली में नेतृत्वहिनता को देख कर गहरी निराशा छायी है। इस सत्तापक्ष के कुशासन व विपक्षी दल की नेतृत्वहिनता को देख कर व्यथित जनता को अब केवल दिल्ली में बिजली व पानी के बिलों में भारी बढोतरी व लूट खसोट के खिलाफ सड़कों पर विगत एक साल से संघर्
- Get link
- X
- Other Apps
चीन की गुण्डागर्दी के आगे, भारतीय नेतृत्व का शर्मनाक व राष्ट्रघाती आत्मसम्र्पण चीन सीमा पर सबसे कमजोर उत्तराखण्ड की सीमा पर 65 साल से रेल मार्ग नहीं बना पाया भारत चीन द्वारा भारतीय सीमा के अंदर 19 किमी आ कर बलात काबिज हो कर इसे अपना हिस्सा ही मान रहा है व बडी बेशर्मी से चीन अपने इस कृत्य को जायज ठहरा रहा है। यही नहीं चीन ने भारत नेतृत्व की कायरना गुहार को नजरांदाज करते हुए इस क्षेत्र में न केवल कब्जा किया है अपितु यहां पर अपने कई टेण्ट भी लगा कर भारत के स्वाभिमान व अखण्डता को रौंदते हुए खुली गुण्डागर्दी दिखा रहा है। वहीं की मनमोहन सरकार चीन से एक घण्टे में यह क्षेत्र मुक्त कराने के बजाय ममना बन कर उससे कठोरता से दो टूक शब्दों की चेतावनी देने का साहस तक नहीं जुटा पा रहा है। क्या ऐसी अक्ष्मय हरकत संसार का कोई भी देश स्वीकार कर सकता है। कभी नहीं। अभी उत्तर कोरिया ने अपने एकता व अखण्डता के लिए न केवल दक्षिण कोरिया अपितु अमेरिका को भी जिस लहजे में धमकाया था उससे अमेरिका ही नहीं अपितु पूरा विश्व सहम गया था। परन्तु भारतीय हुक्मरानों ने चीन से ही नहीं पाक से भी भारत के हजारों वर्ग क
- Get link
- X
- Other Apps
कांग्रेस की लुटिया डूबोने के लिए काफी है मनमोहन का 9 सिलेंडर का तुगलकी फरमान जनता की नजरों में पूरी तरह बदरंग हो चूकी मनमोहन सिंह सरकार का एक फेसला जो कांग्रेस के लिए आगामी 2014 के लोकसभा चुनाव में सबसे आत्मघाती साबित होगा वह है साल में गैस के 12 सिलेण्डर के बजाय 9 सिलेण्डर करने का तुगलकी फरमान है। इस निर्णय से पूरे देश में सरकार की भारी किरकिरी हुई। मनमोहन सरकार का यह फेसला सत्तारूढ़ कांग्रेस के प्रति लोगों के दिलों में गहरा आक्रोश है। इसका खमियाजा कांग्रेस को न केवल आगामी लोकसभा चुनाव में चूकाना होगा अपितु उसे इस का दण्ड विधानसभा चुनावों में भी भुगतना पड रहा है। कांग्रेसी आम कार्यकत्र्ता ही नहीं बडे नेताओं के गले भी सरकार की यह योजना आत्मघाती सी लग कर गले से नीचे नहीं उतर रही है। इसी को भांपते हुए इस योजना में सुधार करके साल में 12 सिलेण्डर एक परिवार को करने के बजाय 9 करना और अब अपनी नाक ऊंची रखने के लिए सब्सिडी को धारकों के खातों में जमा करने का लम्बा माध्यम बना कर सरकार ने अपने दल कांग्रेस की जडों में जहां मट्ठा डाल दिया है वहीं आम लोगों को बेवजह परेशानी के गर्त में धकेल
- Get link
- X
- Other Apps
भारतीय भाषा आंदोलन अब संसद की चैखट जंतर मंतर पर 1988 से 14 साल संघ लोकसेवा आयोग पर भारतीय भाषाओं में संघ लोकसेवा आयोग की प्रमुख परीक्षायें आयोजित कराने व अंग्रेजी भाषा की अनिवार्यता का समाप्त करने की मांग को लेकर देश में भारतीय भाषाओं की अस्मिता व सम्मान के संघर्ष के रूप में जाना गया। इसमें जहां पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जेल सिंह की सरपरस्ती में भाषा आंदोलन के क्रांतिकारी पुरोधा पुष्पेन्द्र चैहान व स्व. राजकरण सिंह जी एवं अनैक साथियों के ऐतिहासिक संघर्ष को समर्थन देने के लिए संघ लोकसेवा आयोग में 14 साल तक चले इस धरने के समर्थन देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी,व वीपीसिंह, आडवाणी सहित देश के चार दर्जन से अधिक सांसद, पूर्व राज्यपाल ही नहीं देश के अग्रणी पत्रकार, समाजसेवी व जागरूक देश भक्त भी सम्मलित हुए। परन्तु दुखद है यहां के शासकों ने सत्तासीन होते ही राष्ट्र को उसकी जुबान में सम्मान, शिक्षा, रोजगार व प्रतिष्ठा देने की सुध तक नहीं रही। आज इसी से आक्रोशित है कर भाषा आंदोलनकारी संसद की चैखट राष्ट्रीय धरनास्थल जंतर मंतर पर 21 अप्रैल से धरना दे रहे है। आज शर्मनाक
- Get link
- X
- Other Apps
जय बजरंग बली हनुमान जय बजरंग बली हनुमान, हे राम भक्त श्रीकृपा निधान आज पुकार रहे हैं तुमको आओ अजंनी पुत्र हनुमान रावण से बदतर बने हुए है जग के सत्तांध हुक्मरान जाति धर्म व स्वार्थ के अंधे, लूट मार ही इनका इमान मंहगाई व भ्रष्टाचार बढाये देश लूट व्यभिचार फेलाये सुनलो दीन दुखियों की पुकार है बंजरंगीबली हनुमान आओ दुष्टों को सबक सिखाओ, लंका फिर से ढाह दो आतंक से अब मुक्ति दिला दा,े है बजरंगबली हनुमान राम कृष्ण के तुम्ही प्यारे दीन दुखियों को सदा सहारे अब तो प्रकट हो बीर बजरंगी माता अंजना के लाल जय बजरंग बली हनुमान, हे राम भक्त श्रीकृपा निधान आज पुकार रहे हैं तुमको आओ अजंनी पुत्र हनुमान देवसिंह रावत (हनुमान जयंती के पावन पर्व पर श्रीचरणों में सादर समर्पित 25 अप्रैल 2013 प्रात 8.40 बजे)
- Get link
- X
- Other Apps
बागियों ने छूटाये भाजपा व कांग्रेस को पसीने उत्तराखण्ड विरोधी, दागदार व कांग्रेसी प्रत्याशी को निकाय चुनाव में भारी मतों से पराजित कर देहरादून (प्याउ)। उत्तराखण्ड हो रहे निकाय चुनाव में भले ही कांग्रेस व भाजपा अपनी अपनी जीत के दावे कर र हे हैं परन्तु हकीकत यह है कि दोनों दलों की तमाम कोशिशों के बाबजूद विद्रोही उम्मीदवारों ने दोनों दलों की जीत की आशा पर एक प्रकार का ग्रहण सा लगा दिया है। विद्रोहियों ने दोनों दलों के ही नहीं उक्रांद जैसे दल के पसीने छुडवा दिये। केवल उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा एक ऐसा दल है जो इससे उबरा हुआ है। पर उसकी भी हकीकत यह है कि इस दल से चुनाव लडने वालों का ही अकाल सा पड़ गया। हालांकि कांग्रेस व भाजपा ने अपने विद्रेाहियों को दल से निष्कासित करने की धमकी दी परन्तु इसका असर किसी विद्रोही पर नहीं पडा। अपनी लाज बचाने के लिए कांग्रेस ने निकाय चुनावों में अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चनाव मैदान में डटे पांच दर्जन बागी उम्मीदवारों को छह साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया है। इसमें नगर निगम हल्द्वानी से मेयर के बागी उम्मीदवार राजेंद्र सिंह बिष्ट व रुड़की से राकेश अग
- Get link
- X
- Other Apps
चीन के दुशाहस के आगे कायर बना भारतीय हुक्मरान नई दिल्ली(प्याउ)। चीन द्वारा भारतीय सीमा के अंदर 10 किमी आ कर काबिज होने की घटना पर भारतीय हुक्मरानों ने जिस प्रकार शर्मनाक मौन रखा है, उससे भारतीय जनमानस स्तब्ध व शर्मसार है। गौरतलब है कि इन दिनों लद्दाख में भारतीय इलाके में चीन की घुसपैठ का मामला बड़ा विवाद बन सकता है। यह इलाका पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओलदी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से दस किलोमीटर भीतर है। दौलत बेग ओल्दी इलाके में की है, जहां उन्होंने अपने टेंट लगा दिए हैं। यह इलाका करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई पर है। ऐसा नहीं की यह पहली बार हो रहा है। चीन न केवल लद्दाख व अरूणाचल अपितु उत्तराखण्ड से लगी सीमाओं पर बार बार अतिक्रमण कर करता है। परन्तु क्या मजाल की कैलाश मानसरोवर सहित हजारो वर्ग मील भारतीय भू भाग को 1962 व उसके बाद काबिज चीन से संसद द्वारा चीन द्वारा बलात कब्जायी हजारों किमी वर्ग भारतीय भू भाग को दो बार हर हाल में वापस लेने के संकल्प के बाबजूद भारतीय हुक्मरान चाहे किसी भी दल के हों चीन से इस भू भाग को मांगने का साहस तक नहीं जटा पा रहे है। यही नहीं भारतीय हुक्मरा
- Get link
- X
- Other Apps
ऐसे कामुक व हैवान व्यवस्था परोसने से केसे होगी मासुम दामिनियों की रक्षा गुनाहगारों पर अंकुश लगाने के बजाय दामिनी गुहार लगाने वाले आंदोलनकारियों का जंतर मंतर से टेण्ट उखाडने व अस्पताल में आंदोलनकारी को थप्पड़ मारने में लगी पुलिस कामुकता व दुराचारी को बढ़ावा देने वाली फिल्म, धारावाहिक, विज्ञापन, कार्यक्रमों व नेता व अधिकारियों पर लगे अंकुश देश को शराब का गटर बना कर व राजनीति का अपराधिकरण करके किया जा रहा है देश को तबाह यौन नहीं नैतिक शिक्षा का हो प्रसार एक तरफ भारत में ही नहीं विश्व में नवरात्रे के पावन पर्व में कन्याओं को जगतजननी माॅ भगवती का दिव्य स्वरूप मान कर उनकी पूजा आराधना की जा रही थी वहीं दूसरी तरफ देश की राजधानी दिल्ली के गांधी नगर में 5 साल की मासूम दामिनी को उसी का कामांध पड़ोसी 15 से 17 अप्रैल को अपने कमरे में बंधक बना कर दरंदगी की सारी हदे पार कर उस पर जुल्म ढा रहा था। इस जघन्य काण्ड की खबर सुन कर देश ही नहीं विदेशी स्तब्ध है कि संसार के सबसे प्राचीन संस्कृति के देश भारत की राजधानी दिल्ली में 5 साल की अबोध बालिकाओं से लेकर वृद्धाओं के साथ जो आये दि
- Get link
- X
- Other Apps
मुशर्रफ हुए गिरफतार, न्यायपालिका अहं भरे कदम से पाक में मंडराया फिर आतंकवाद व सेना की तानाशाही का बादल मुशर्रफ अपने तानाशाही के दौरान 3नवम्बर 2007 को मुचय न्यायाधीश सहित 60 न्यायाधीशों को गिरफतार करने के जुर्म में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल मुशर्रफ को इस्लामाबाद स्थित उनके फार्म हाउस से 19 अप्रैल को गिरफतार किया गया। मजिस्टेट के सामने लाल मस्जिद प्रकरण पर भी उनकी पेशी हुई। क्या इस गिरफतारी को आंख मूद कर समर्थन देगी पाक की सबसे शक्तिशाली सेना। क्योंकि सेना अपने पूर्व प्रमुख को गिरफतार करने को क्या मूक बन कर सहेगी? पाक में भले ही मुशर्रफ तानाशाह रहे परन्तु वर्तमान समय में मुशर्रफ से अधिक तेज तरार व पाक को मजबूत करने वाला कोई नेता दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है। न्यायपालिका को लोकशाही की शरण में गये तानाशाह को सुधरने का मौका देने के बजाय अपने अहं के लिए पाक को नेतृत्वहीन की गर्त में धकेलना न तो पाक के लिए हितकारी रहेगा व नहीं शेष दुनिया के लिए। न्याय पालिका को चाहिए था कि वह मुशर्रफ के भविष्य का फेसला पाक के अवाम को करने देते। लोकतंत्र की हवा में सांस लेने की अभ्यास कर र
- Get link
- X
- Other Apps
संकीर्ण दलगत स्वार्थो से उपर उठ कर अमेरिकी तर्ज पर कुचले आतंक को भारतीय हुक्मरान मात्र आतंक के प्यादों को रौदने से नहीं अपितु आतंक की फेक्टरी पाक को समूल नष्ट करके होगा आतंकवाद का खात्मा 15 अप्रैल को अमेरिका के बोस्टन में मेराथन के दौरान हुए तीन बम विस्फोटों से के बाद 17 अप्रेल को साढ़े दस बजे भारत के बंगलोर में भाजपा मुख्यालय के समीप हुए बम धमाकों की दहशत से दुनिया उबर भी नहीं पायी थी कि 18 अप्रैल को अमेरिका के टेक्सास की फर्टिलाइजर फेक्टरी में हुए धमाकों से से पूरी दुनिया बुरी तरह से सहम गयी है। भले ही तीनों विस्फोटों में ज्यादा लोग मारे नहीं गये परन्तु इसके बाबजूद पूरा विश्व इन घटनाओं से आतंकित है। जहां बोस्टन में तीन लोग मारे गये और 180 से अधिक लोग घायल हैं वहीं बंगलोर में 11 पुलिस वाले घायल हो गये है। इसके अलावा 18 अप्रैल को टेक्सास में फर्टिलाइजर फेक्टरी में हुए धमाके में सेकडों लोग घायल हो गये है। इस हमले के बाद जहां अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा सहित पूरा अमेरिकी शासन प्रशासन इस काण्ड के गुनाहगारों को हर किमत पर ढूढ कर 9/11 की आतंकी घटना के गुनाहगारों की तरह दण्डित
- Get link
- X
- Other Apps
भूकम्प से बढ़ कर तबाही मचा रहा है भ्रष्टाचार भारत में आज सांय 4.22 बजे को राजधानी क्षेत्र दिल्ली में, 4.28 बजे पाकिस्तान में, 4.31 बजे इरान में व 4.35 बजे अफगानिस्तान में चंद मिनट के आये, भूकम्प की झटकों ने एशिया के इन देशों के लाखों लोगों को भयभीत कर दिया। इस चंद समय के लिए आये जलजले का केन्द्र जमीन के 15 किमी नीचे ईरान व पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र खश मे ंथा। 7.5 तीव्रता के इस भूकम्प से ईरान में भारी नुकसान हुआ। इससे ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान सहित भारत में जो जलजला आया उससे लोग सहम गये। भारत में भले ही जान माल का कोई विशेष नुकसान तो नहीं हुआ परन्तु पाकिस्तान में करीब 40 लोग मारे गये और ईरान में 40 साल में आये इस सबसे खतरनाक भूकम्प ने भारी तबाही मचाई सुत्रों के अनुसार ईरान में सैकडों लोग इस भूकम्प के शिकार हो सकते है। ईरान व पाकिस्तान में हजारों मकान ध्वस्थ हो गये। जिस समय दिल्ली में यह भूकम्प आया उस समय मेें देश की राजधानी दिल्ली में सप्रंग सरकार की मुखिया सोनिया गांधी के आवास व कार्यालय के बाहर ‘सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालयों ’में भारतीय भाषाओं में न्याय की म
- Get link
- X
- Other Apps
बोस्टन में हुए तीन बम धमाकों से 9/11 के बाद फिर आतंकी हमले से दहला अमेरिका 15 अप्रैल को आयोजित बोस्टन मेराथन के दोरान हुए तीन बम विस्फोटों ने 9/11 के आतंकी हमले से जख्मी अमेरिका को एक बार फिर आतंक से दहला दिया। अमेरिका के बोस्टन मैराथन स ्थल पर हुये दो विस्फोटों में तीन लोगों की मौत हो गयी और 140 से अधिक लोग घायल हो गये। हालांकि इस विस्फोट होने से पहले अधिकांश तेज धावक अपनी दोड़ पूरी कर चूके थे, परन्तु इसके बाबजूद अनैक धावक दोड़ पूरी कर ही रहे थे। अमेरिका में हुए इस बम विस्फोटों की संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून सहित अधिकांश देशों ने कड़ी भत्र्सना की। 1897 से ही अप्रैल के तीसरे सोमवार को पैट्रियट्स डे पर बॉस्टन मैराथन का आयोजन होता है। 117 सालों से चल रहे अमेरिका के सबसे अधिक लोकप्रिय मेराथनों में से अग्रणी इस मेराथन में करीब 5 लाख दर्शक जुटते हैं। इस मेराथन दोड़ में 26 देशों के 20 हजार धावक भी भाग ले रहे थे। मेराथन समापन रेखा के पास ही विस्फोट आतंकियों ने शायद इसी आशय से किये गये कि ज्यादा से ज्यादा लोग इनकी चपेट में आ सकें। दस सेकेंड के अंतराल पर हुए इन दो धमाके एक द
- Get link
- X
- Other Apps
इन नेताओं से भगवान ही बचाये देश को जनसेवक नहीं लफंगे बन गये है देश के भाग्य विधाता महाराष्ट्र का उप मुख्यमंत्री सूखे से पीड़ित आंदोलनकारी किसानों की पानी की मांग पर मै पिशाब करू क्या? कहते हो, जिस देश का प्रधानमंत्री मंहगाई को रोकने के ब जाय मै ज्योतिषी हॅू क्या का जुमला बोल कर महंगाई से त्रस्त आम जनता का उपहास उड़ता हो, जिस देश के सबसे बड़े प्रांत उप्र में सपा व बसपा एक दूसरे पर गुण्डा व गुण्डी होने का आरोप लगाते हो। उप्र में सत्तासीन सपा के मुखिया मुलायम सिंह पर केन्द्रीय मंत्री ही आतंकियों का संरक्षक व भ्रष्टाचारी का आरोप लगाये, तथा जिस देश में न्यायाधीश बनाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने के लिए कांग्रेस का एक नेता सीड़ी प्रकरण में देश की व्यवस्था को शर्मसार करता हो, वहीं जिस देश में भारतीय संस्कृति व राष्ट्रवाद के ध्वजवाहक कहलाने वाली पार्टी का आला नेता आडवाणी इस देश के विभाजन के व 10 लाख निर्दोष भारतीयों की निर्मम हत्या का दोषी जिन्ना को धर्म निरपेक्ष का पुरोधा बता कर उनकी कब्र पर सीस नवाता हो। उस देश का पतन होने से अगर कोई बचा सकता है तो केवल भगवान ही। इस देश का
- Get link
- X
- Other Apps
मोक्ष भूमि उत्तराखण्ड के दर्शन को बेताब है विश्व भर के श्रद्धाुल 16 को तुंगनाथ व 20 मई को खुलेंगे मद्महेश्वर के कपाट मोक्ष भूमि उत्तराखण्ड को अपनी सत्तालोलुपता से तबाह करने में लगे लोगों को लगेगा अभिशाप रुद्रप्रयाग(प्याउ)। मई माह के दूसरे सप्ताह में प्रारम्भ होने वाली विश्व की एकमात्र दिव्य मोक्ष भूमि उत्तराखण्ड के पावन तीर्थ यात्रा के लिए संसार के लाखों श्रद्धालु बेसब्री से इंतजारी कर रहे है। इस साल पंच केदारों में द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर के कपाट भक्तों के लिए 20 मई को खोल दिये जायेंगे। वहीं तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट 16 मई को खोल दिये जायेंगे। गौरतलब है कि चार धाम के अलावा पंच बदरी व पंच केदार की इस दिव्य धरती में कई प्रकृति के मनोहारी रहस्यमय स्थल है जिसको देखने के लिए विश्व भर के प्रकृति प्रेमी यहां हर साल आते हैं। यहां फूलों की घाटी, रूप कुण्ड, स्वर्गारोहण, वेदनी बुग्याल, कुबैर की अलकापुरी सहित अनैक मनोहारी स्थल हैं। विश्व की सबसे प्राचीन व विलक्षण सनातन ‘हिन्दु ’धर्म के सर्वोच्च भगवान हरि व हर के पावन धाम श्रीबदरीनाथ व केदारनाथ के साथ पत
- Get link
- X
- Other Apps
आडवाणी व नीतीश के चक्रव्यूह में फंसा भारत मोदी के नेतृत्व से वंचित रखने का आत्मघाती षडयंत्र देश की जनता जहां एक तरफ मनमोहन सिंह सरकार के कुशासन से मुक्ति के लिए जहां मोदी जेसे मजबूत दिशावान नेतृत्व की तरफ आशा भरी निगाह से देख रही है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी व नीतीश कुमार अपनी सत्तालोलुपता के लिए देश को मनमोहनी कुशासन से मुक्ति दिलाने के लिए जनता की आशाओं के पूंज बन चूके नरेन्द्र मोदी की राह में अवसरवादी अवरोध खडा करने का काम कर रहे है। इसी सप्ताह दिल्ली में सम्पन्न हुए जनता दल यू के राष्ट्रीय अधिवेशन में जो धर्म निरपेक्षता का मुखोटा पहन कर नीतीश व उनकी मण्डली ने नरेन्द्र मोदी पर प्रहार किये उससे जनता की नजरों में न केवल नीतीश बेनकाब हुए अपितु उनका आडवाणी स्वीकार्य का दाव से आडवाणी व उनकी मण्डली की नीतीश को आगे करके मोदी की राह रोकने का षडयंत्र बेनकाब हो गया। यही नहीं शिव सेना ने जिस प्रकार का बयान मोदी के सन्दर्भ में दिया उससे इस षडयंत्र की व्यापकता का अहसास खुद व खुद हो रहा है। देश की जनता हैरान है कि क्यों 2002 में राजग सरकार में वाजपेयी के मंत्रीमण्