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Showing posts from June, 2011

come allmighty god Shri Krishna wish to bless u

whenever u come out from well and swim in deep sea, whenever you open yrself from lock room to fly open endless sky u must find there new and heavenly happiness, see how very large and deep of sea of spritual, where u can see yrself , where u easily can know mistry of life, where u can enlight yr soul. why delay life is not to waste, search better way, see how heavely happiness sea waiting you, if u are really wish to know secret of life and happiness, if u really wish to know who u are and who is creator of this universe please see and come the holly heaven of god which all world say INDIA but its real own name is BHARAT. where is land of wisdom and peace, where is lant of spritual, where is land of Yoga,. where is holly Himalaya and holly Ganga, where alive more than 5 thousand year enrich civilise society. see when no other religion will existance that true path still alive with its potential. where u may learn its from yrself real meaning of divine, where u can see how to true

मंत्री मण्डल को नहीं, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बदलो

मंत्री मण्डल को नहीं, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बदलो/ सम्पादक ही नहीं अधिकांश मीडिया घरानों से जुड़े पत्रकार भी जनता से कटे/ लगता हैं कांग्रेस आलाकमान को देश की हवाओं में बह रहे जनसंदेश को भांपने में असफल हैं या वह अमेरिका के भारी दवाब के कारण इतनी लाचार है कि वह देश व कांग्रेस को पतन के गर्त में धकेलने वाली अपनी सरकार के सबसे नक्कारे साबित हो चूके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को तत्काल हटाने के बजाय केन्द्रीय मंत्रीमण्डल में ही बदलाव करने को समर्थन कर रही है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को तत्काल हटा कर उनके कुशासन के कारण बेलगाम मंहगाई, भ्रष्टाचार व आतंकवाद से अराजकता के गर्त में पंहुच चूके देश को बचाने के लिए तत्काल राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बना कर देश व कांग्रेस की रक्षा करने के अपने दायित्व का निर्वाह करना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज से अपनी छवि सुधारने के नाम पर देश के वरिष्ठ सम्पादकों से मिलने कर अपनी व अपनी सरकार की छवि सुधारने का काम कर रहे हैं, मनमोहन सिंह का यह टोटका भी कहीं काम नहीं आने वाला। क्योंकि मनमोहन सिंह ने देश की हालत इतनी शर्मनाक कर दी है कि

आखिर क्यों दम तोड़ चूकी है उत्तराखण्डी नेताओं की आत्मा

-आखिर क्यों दम तोड़ चूकी है उत्तराखण्डी नेताओं की आत्मा/ -चार साल से कब्जा जमाये हुए थे विधायक किशोर, मुख्यमंत्री के पद से हटने के कई महिनों तक मुख्यमंत्री आवास पर जमे रहे खंडूडी, भाजपा के बीना महाराना व अजट टम्टा ने भी जमें हुए हैं मत्री की कोठी में/ इस सप्ताह जो प्रकरण देहरादून में कांग्रेसी विधायक किशोर उपाध्याय के सरकारी आवास को खाली कराने पर घटित हुआ उसको देख कर मेरा सर शर्म से झुक गया। हमारे भाग्य विधाताओं के कारनामों को देख कर एक ही प्रश्न मेरे मन में उठा कि आखिर ये उत्तराखण्ड को कहां ले जायेंगे? इन नेताओं की आत्मा जनप्रतिनिधी होते हुए क्यों दम तोड़ गयी। इस सप्ताह राज्य सम्पति विभाग और पुलिस ने विधायक किशोर उपाध्याय का यमुना कालोनी स्थित आवास उनकी अनुपस्थिति में बलपूर्वक खाली करा कराया। इसका प्रचण्ड विरोध कर रहे नेता प्रतिपक्ष डा. हरक सिंह रावत, विधायक दिनेश अग्रवाल और अन्य कांग्रेसियों क ेकरीब पांच घंटे हंगामे के बाद पुलिस ने कांग्रेसियों को गिरफ्तार करने पर इस प्रकरण का पटाक्षेप किया। इसकी झलक देश के समाचार चैनलों ने भी दिखाया। इस आवास में मौजूद सामान को जब्त कर ट्रांज

माया ने दिया कांग्रेस को करारा जवाब

- माया ने दिया कांग्रेस को करारा जवाब/ -भगवान के घर अंधेर नहीं,/ -शीशे के घरों में रहने वालों को दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए/ 27 जून को मायावती में कांग्रेस को उसकी ही भाषा में ऐसा जवाब दिया कि अठ्ठाहस कर रहे दिग्विजयी कांग्रेसी कागची शेर माया के वार से लखनऊ में ही चारों खाने चित्त हो हो गये। माया के इस करारे सबक से कांग्रेसियों ने मान ही लिया होगा भगवान के घर अंधेर नहीं है। मायावती के इस दमनकारी कदम से कांग्रेस ने यह सबक भी सीखा होगा कि जिनके घर शीशों के होते हैं उनको दूसरों को पत्थर नहीं मारने चाहिए। ऐसा ही रहस्यमय सबक सिखाया समय ने सत्तामद में जनहितों को रोंद रही देश की सत्ता में आसीन कांग्रेस को। दमन कांग्रेस ने किया लोकशाही का, दमन माया भी कर रही है लोकशाही का। दोनों दमनकारी दलों को समय, समय-समय पर ऐसा करारा सबक सिखाता की उनके मंसूबे धरे की धरे रह जाते हैं। देश की सत्ता में आसीन कांग्रेस गठबंधन की सरकार ने अपनी सत्तामद में चूर हो कर देश के हित में विश्व विख्यात योगगुरू बाबा रामदेव के नेतृत्व में शांतिपूर्ण ढंग से दिल्ली के रामलीला मैंदान में आमरण अनशन कर रहे हजारों

बाबा रामदेव को भगोड़ा कहने पर हुआ संसद के समीप भारी हंगामा

बाबा रामदेव को भगोड़ा कहने पर हुआ संसद के समीप भारी हंगामा/ गोविन्दाचार्य के नेतृत्व में बना देश को नयी व्यवस्था देने के लिए संगठन/ नई दिल्ली(प्याउ)।भले ही आज कांग्रेसी नेता व चंद लोग बाबा रामदेव को 4 जून की सरकार की दमनकारी कार्यवाही के बाद केन्द्र सरकार की दमनकारी कृत्यों का पुरजोर विरोध करने के बजाय देश के हित में आवाज उठाने वाले बाबा रामदेव की निंदा करने में ही अपनी वीरता का प्रदर्शन कर रहे हैं। परन्तु देश की बहुसंख्यक जागरूक जनता बाबा रामदेव की निदां को किसी भी सूरत में सहन नहीं कर रही है। वह बाबा रामदेव का विरोध करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। ऐसी ही एक घटना संसद के समीप घटित हुई। इस घटना के बाद लगता है कि आने वाले समय में कांग्रेस सहित बाबा का विरोध सार्वजनिक मंचों से करने वालों को भारी विरोध का सामना करना पडेंगा। आज 25 जून 2011 को दिल्ली में संसद के समीप प्रतिष्ठत काॅंस्टिट्यूशनल क्लब में गोविन्दाचार्य के नेतृत्व देश में नये राजनैतिक विकल्प देने व पूरी भ्रष्ट्र व्यवस्था को सामूल परिवर्तन लाने के लिए आयोजित सम्मेलन में उस समय अजीबोगरीब स्थिति हो गयी जब राजस्थान स

उत्तराखण्ड में जल, जंगल व जमीन पर स्थानीय लोगों के हक के लिए प्रधानमंत्री से गुहार

उत्तराखण्ड में जल, जंगल व जमीन पर स्थानीय लोगों के हक के लिए प्रधानमंत्री से गुहार/ उक्रांद नेता ऐरी ने राज्य गठन के बाद नैतिक पतन व कांग्रेसी नेता उपाध्याय ने कांग्रेस व भाजपा दोनों सरकारों को बताया असफल / नई दिल्ली(प्याउ)।आज 25 जून 2011 को दिल्ली में उत्तराखण्ड के अनैक संगठनों ने उत्तराखण्ड के जल, जंगल व जमीन पर विकास के नाम पर बाहरी लोगों को सोंपने की प्रदेश व केन्द्र सरकार की प्रवृति का पुरजोर विरोध करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को यहां के जल, जंगल व जमीन पर स्थानीय लोगों को सौंपने हेतु एक ज्ञापन भेंट किया। सोमवार, 25 जून को संसद की चैखट राष्ट्रीय धरना स्थल जंतर मंतर दिल्ली में सामाजिक संगठनों द्वारा सांझे रूप में आयोजित एक दिवसीय धरने में कांग्रेस, उक्रांद व भाजपा के नेताओं सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लिया। भाग लेने वालों में उत्तराखण्ड क्रांतिदल के शीर्ष नेता काशीसिंह ऐरी, कांग्रेस विधायक किशोर उपाध्याय, भाजपा नेता पूर्व विधायक मुरारी सिंह पंवार व श्याम लाल मंझेडा के अलावा बड़ी संख्या में राज्य गठन के अग्रणी आंदोलनकारी एवं समाजसेवी उपस्थित थे। धरने में जहा

-भगवान श्रीबदरीनाथ अंधे नहीं हैं निशंक व गडकरी जी

-भगवान श्रीबदरीनाथ अंधे नहीं हैं निशंक व गडकरी जी -निशंक से ही नहीं गड़करी से भी नाखुश हैं भगवान बदरीनाथ! भले ही चार बार के अथक प्रयास के बाबजूद मुख्यमंत्री निशंक को भगवान बदरीनाथ के दर्शन इसी रविवार 19 जून को हो गये हों परन्तु उनको व उनके साथ गये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गडकरी को एक संकेत भले ही भगवान श्रीबदरीनाथ का एक संकेत समझ में आ रहा हो पर प्रदेश की जनता ने समझ लिया कि उनकी तरह ही भगवान श्रीबदरीनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री निशंक से खुश नहीं हैं। वे गत वर्ष जब भगवान श्री बदरीनाथ के कपाट 19 मई को खुले थे तब भी भाजपा के आला कमान लालकृष्ण आडवाणी को भगवान बदरीनाथ के दर्शन कराने हवाई मार्ग से भगवान बदरीनाथ जाना चाहते थे परन्तु तब भी मोसम ठीक होने के कारण चाह कर भी भगवान बदरीनाथ के दर्शन नहीं कर पाये। इस साल जब 9 मई 2011 को भगवान श्री बदरीनाथ के कपाट खुले तो तब भी मुख्यमंत्री निशंक बदरीनाथ के दर्शन चाह कर नहीं कर पाये, उस दिन दिल्ली में भाजपा आलाकमान ने बैठक रख दी। इसके बाद मुख्यमंत्री का 1 जून को कार्यक्रम पर भी मौसम ने ग्रहण लगा दिया। अभी इसी माह 17 जून को उनका भगवान बदरीनाथ धाम म

भाजपा के शर्मनाक पतन के लिए जिम्मेदार है आत्मघाति जातिवादी नेतृत्व

-भाजपा के शर्मनाक पतन के लिए जिम्मेदार है आत्मघाति जातिवादी नेतृत्व/ महाराष्ट्र में ही नहीं उत्तराखण्ड में विरष्ठ जननेताओं की भारी उपेक्षा/ भाजपा के शर्मनाक पतन के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो भाजपा -संघ का पदलोलुप व जातिवादी नेतृत्व। आज महाराष्ट्र में भाजपा के सबसे बडे नेता गोपीनाथ मुण्डे अपनी उपेक्षा से आहत है। वे भाजपा के संसद में उप नेता प्रतिपक्ष है। उत्तराखण्ड में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगतसिंह कोश्यारी व पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचंद खंडूडी भी भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा अपनी उपेक्षा से आहत हैं। मुण्डे इतने आहत हैं कि वे भाजपा को अलविदा कहने को अपने आप को मजबूर पा रहे हैं। यही हालत करीब करीब उत्तराखण्ड में भी है। ऐसा नहीं है कि यह केवल वर्तमान में ही हो रहा है। भाजपा का आला नेतृत्व कभी साफ छवि के व जमीनी नेताओं को फूटी आंख देखना नहीं चाहता। वे केवल अपनी कठपुतलियों के सहारे पूरी पार्टी को जहां नचाना चाहते हैं वहीं अपनी पदलोलुपता-सत्तालोलुपता की पूर्ति करना चाहते हैं। संघ परिवार की इस राजनैतिक संगठन में जनसंघ से लेकर भाजपा तक के सफर में अब तक जितने देश के लिए सर्मिर्पत ब

-विश्व वैंक का प्रमुख बनकर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनायें मनमोहन/

-विश्व वैंक का प्रमुख बनकर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनायें मनमोहन/ -देश व कांग्रेस को बचाने के लिए पूरी तरह असफल हुए प्रधानमंत्री दें इस्तीफा/ जनता की नजरों में पूरी तरह से बेनकाब हो चुके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी अब कांग्रेसी कार्यकारी आलाकमान राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए मन से तैयार हो चूके है! खासकर जिस प्रकार से राहुल गांधी के 41 वें जन्म दिन पर आम कांग्रेसियों ने राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए अपनी दिली भावना प्रकट की उस भावना का सम्मान करते हुए मनमोहन सिंह आखिर कब तक करते हैं ? कांग्रेसी नेतृत्व को भी यह बात समझ में आ गया है कि अगर अभी चंद महिनों के अंदर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नहीं बनाया गया तो कांग्रेस को फिर किसी भी कीमत पर आगामी चुनाव के लिए नहीं उबारा जा सकता है। सुत्रों के अनुसार कांग्रेस नेतृत्व कांग्रेस के लिए तुरप का पत्ता साबित हुए मनमोहन सिंह की सम्मानजनक विदाई भी चाहते है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर कई महत्वपूर्ण देशों के प्रमुखों को भी भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक योग्य अर्थशास्त्री व नेता मान कर उनको विश

ग्रहों के प्रकोप से रहेगा हरीश रावत व सतपाल महाराज में 36 का आंकडा

ग्रहों के प्रकोप से रहेगा हरीश रावत व सतपाल महाराज में 36 का आंकडा/ -निशंक सरकार के भ्रष्टाचार से व्यथित जनता को मिला नरेन्द्र नेगी के गीतों का सहारा/ नई दिल्ली (प्याउ)। उत्तराखण्ड कांग्रेस के लिए ही नहीं दिल्ली में उत्तराखण्ड में आगामी 2012 में कांग्रेसी सरकार बनाने के दिवास्वप्न देख रहे आला कांग्रेसी नेताओं के लिए भी एक बुरी खबर है कि प्रदेष कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेता केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री हरीष रावत व पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री सतपाल महाराज में 36 का आंकड़ा बना रहेगा। इसका खुलाषा करते हुए कांग्रेसी पार्टी में दषकों से चर्चित रहे ख्याति प्राप्त ज्योतिषी पण्डित प्रेम चंद ने शनिवार इसी सप्ताह कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेष कांग्रेस के पूर्व महामंत्री धीरेन्द्र प्रताप की उपस्थिति में की। प्रकाण्ड ज्योतिषी पण्डित प्रेमचंद ने इसका रहस्य उजागर करते हुए कहा कि हरीष रावत की राषि का स्वामी शनि और सतपाल महाराज की राषि का स्वामी बुध मित्र नहीं होने से इन दोनों के बीच चाहते हुए भी मित्रता हो ही नहीं सकती है। ंगौरतलब है कि प्रदेष के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा उत्तराखण्ड कांग्रेस में गुटबाज

अण्णा के भ्रश्टाचार मुहिम पर ग्रहण हैं एनजीओ

अण्णा के भ्रश्टाचार मुहिम पर ग्रहण हैं एनजीओ / नई दिल्ली(प्याउ)। भले ही आज अण्णा हजारे व उनकी सिविल सोसायटी के साथी बहुत ही जोष खरोस के साथ देष की जनता से उनके आंदोलन में समर्थन देने के लिए अपील कर रहे हैं कि देष में व्याप्त तमाम भ्रश्टाचार पर अंकुष लगाने के लिए एकमात्र रामवाण दवा जन लोकपाल कानून है। लोगों को यह भरोसा दिलाया जा रहा है कि अगर यह कानून बन गया तो देष से भ्रश्टाचार पर काफी हद तक देष में भ्रश्टाचार पर अंकुष लग जायेगा। परन्तु सच्चाई यह है कि उनके सबसे करीबी साथी श्री रेसरदा ओरंगाबाद वालों को ही इस बात पर विष्वास नहीं है कि जो लड़ाई भ्रश्टाचार पर अंकुष लगाने के लिए जनलोकपाल कानून बनाने के नाम पर अन्ना हजारे लड़ रहे हैं वह षायद ही मुकाम पर पंहुच पायेगा। अण्णा के अपने आमरण अनषन के लिए दिल्ली आने से अब तक हर निर्णायक संघर्श में साये की तरह साथ रहने वाले अण्णा के साथी श्री देसरदा ने दो टूक षब्दों में कहा कि अण्णा के आंदोलन को जिस प्रकार से एनजीओ ने चारों तरफ से अपने चुंगुल में ले रखा है उन्होंने स्पश्ट षब्दों में कहा कि देष में अधिकांष एनजीओ एक प्रकार से भ्रश्टाचार में आकण्ठ ड

स्वामी रामदेव को बर्बाद करने पर क्यों उतारू हैं सरकार?

-स्वामी रामदेव को बर्बाद करने पर क्यों उतारू हैं सरकार? -भारत को मजबूत बनाने के बाबा के आंदोलन को रौंदने के लिए राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय षडयंत्र / देश की सत्ता में पक्ष-विपक्ष व पूरी व्यवस्था के विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थानों में काबिज मजबूत तबका देश की संसद पर हमला सह सकता है! उसके अपराधियों को न्यायालय द्वारा फांसी दिये जाने के बाबजूद वर्षो तक उसकी खातिरदारी कर सकता है। वह देश के तबाह करने पर तुले अमेरिका व पाक के आतंकियों पर रहम कर सकता है। यही नहीं देश को मंहगाई व भ्रष्टाचार से तबाह करने वाले देशद्रोहियों को देश की छाती पर मूंग दलते हुए देख सकता है परन्तु देश का यह तबका किसी भी हालत में यह सहन नहीं कर सकता है कि उनके द्वारा दशकों से देश से कमाये गये अकूत काले धन पर जो उन्होंने बहुत ही पापड़ बेल कर विदेशी बैंकों में अपने बुरे दिनों के लिए सुरक्षित रखा है उस पर कोई नजर भी उठाये। उस पर नजर उठाने वाले हालांकि सुब्रमणयम स्वामी जेसे बहुत हैं परन्तु बाबा रामदेव जैसे जनबली व धनबली अब तक एक भी न था। बाबा द्वारा देश हित में उनके माल पर नजर रखने की हिमाकत करने के कारण देश का यह तबका हर

-लोकशाही पर कलंक है दमनकारी हुक्मरान -अण्णा व रामदेव एकजुट हो कर देश को दिशा दें

-लोकशाही पर कलंक है दमनकारी हुक्मरान -अण्णा व रामदेव एकजुट हो कर देश को दिशा दें हरिद्वार में गंगा की पावनता को अक्षुण्ण खने व इसमें अवैध खनन को रोकने की मांग को लेकर अनिष्चित कालीन अनषनकारी संत स्वामी निगमानन्द की 13 जून को सोमवार को दर्दनाक मौत हो जाने से भारतीय हुक्मरानों प देष की जनता के माथे पर एक षर्मनाक कलंक लग गया है। क्या इस देष की सरकारें आजादी हासिल करने के मात्र 64 साल में ही इतनी संवेदनहीन हो गयी हैं कि वे जनहित के मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृश्ठ करने वाले की इस कदर उपेक्षा करे की वह दम तोड़ने के लिए विवष हो जाये। जिस प्रकार से देष की विदेषों में जमा की गयी अकूत दौलत को देष में वापस लेने की मांग को लेकर आमरण अनषन कर रहे योग गुरू बाबा रामदेव व 25 हजार सोते हुए षांतिप्रिय आंदोलनकारियों मध्य रात्रि में केन्द्र सरकार की मनमोहनी सरकार ने लाठी व आंसू गैस के पुलिसिया दमन से रौंदने का काम किया तथा अब देष के भ्रश्टाचार पर अंकुष लगाये जाने के लिए ‘जन लोक पाल कानून’ बनाने की मांग करने वाले देष के अंग्रणी गांधीवादी नेता अण्णा हजारे को मनमोहन सरकार व कांग्रेस पार्टी धमका रही है उससे

श्रीकृष्ण ही हॅू

श्रीकृष्ण ही हॅू ना मैं देव हॅू, ना देह हॅू। मैं तो केवल श्री कृष्ण ही हॅू। खड़ा हॅू मैं, अनादिकाल से, विभिन्न रूपों मैं, कुरूक्षेत्रा मैं, अन्याय के खिलाफ, सतत् संघर्ष में। क्यों ढूंढ रहे हो मुझे, गोकुल और वृंदावन में, मैं नहीं हॅू अब, मथुरा और द्वारिका के महलों में, मैं तो आज बसा हॅू हर जन की श्वास में। -देव सिंह रावत

-गंगा भक्त स्वामी निगमानन्द की उपेक्षा से लगाया निशंक सरकार ने देश के माथे पर कलंक

-गंगा भक्त स्वामी निगमानन्द की उपेक्षा से लगाया निशंक सरकार ने देश के माथे पर कलंक -भाजपा के प्रदेश मुख्यमंत्री निशंक इस्तीफा दें उत्तराखण्ड में गो गंगा व गीता की दुहाई देने वाले संघ पोशित भाजपा का षासन है वहां पर गंगा की निर्मलता की रक्षा व इसमें अवैध खनन को रौंकने की मांग करने वाले हरिद्वार के महान संत स्वामी निगमानन्द की आमरण अनषन की सरकार ने इतनी षर्मनाक उपेक्षा की कि उनका देहान्त ही हो गया। उनकी षहादत के बाद भी न तो भाजपा के मुख्यमंत्री निषंक को षर्म आयी व नहीं संघ व भाजपा के अध्यक्ष गडकरी को ही षर्म आयी। अगर समय पर प्रदेष सरकार जागती तो स्वामी निगमानन्द का जीवन बचाया जा सकता था। हरिद्वार में गंगा की पावनता को अक्षुण्ण खने व इसमें अवैध खनन को रोकने की मांग को लेकर अनिष्चित कालीन अनषनकारी संत स्वामी निगमानन्द की 13 जून को सोमवार को दर्दनाक मौत हो जाने से भारतीय हुक्मरानों प देष की जनता के माथे पर एक षर्मनाक कलंक लग गया है। इस देष की सरकारें आजादी हासिल करने के मात्र 64 साल में ही इतनी संवेदनहीन हो गयी हैं कि वे जनहित के मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृश्ठ करने वाले की इस कदर उपेक्

गुरू तेगबहादुर की षहादत धिक्कार रही है भारतीय हुक्मरानों को

गुरू तेगबहादुर की षहादत धिक्कार रही है भारतीय हुक्मरानों को ‘महान गुरू तेगबहादुर जी व उनके प्रिय षिश्यों भाई मतिदास आदि ने जो अपनी षहादत, अत्याचारी मुगल षासक से कष्मीरी पण्डितों की रक्षा करने के लिए षताब्दियों पहले दी थी उस षहादत का सम्मान आज कई षताब्दियां बीत जाने के बाद भी न तो भारतीय हुक्मरान ही रख पाये व नहीं हम सवा अरब भारतीय । इससे षर्मनाक बात भारतीयों के लिए दूसरी क्या हो सकती है कि आज भी उन्हीं कष्मीरी पण्डितों के वंषज आजादी के 64 साल बाद भी आतंकियों के अत्याचारों से अपने घर बार छोड़ कर कष्मीर छोड़ कर इधर उधर यायावरी जीवन जीने के लिए अभिषापित है।’ यह विचार मेरे मन में उस समय आये जब मैं आज षुक्रवार 10 जून 2011 को दोपहर सवा बारह बजे सीस गंज गुरूद्वारे के समीप गया। वहां पर महान गुरू तेगबहादुर की पावन स्मृति को षतः षतः नमन् करते हुए मेरी नजर गुरूद्वारे के समीप गोल चक्कर पर बने र्भाइ मति दास चैक पर लगे षिलापट पर गयी जो गुरू तेजबहादुर के परम षिश्य भाई मतिदास एवं साथियों की अमर षहादत की पावन गाथा का वर्णन लिखा हुआ है। मै उस षिलापट पर गया और महान गुरू षिश्यों के लिए षतः षतः नमन् कि

लोकशाही का गला घोंट कर की कांग्रेस ने आत्महत्या

-लोकशाही का गला घोंट कर की कांग्रेस ने आत्महत्या -रामदेव संिहत अनशनकारियों व राष्ट्रीय धरनास्थल जंतर मंतर पर पुलिसिया दमन से रौंदने का कुकृत्य से शर्मसार हुई लोकशाही/ आज भले ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व कांग्रेसी सिपाहेसलार बाबा रामदेव व उनके पचास हजार से अधिक देश के हित के लिए अनशन कर रहे शांतिपूर्ण आंदोलनकारियों को बर्बर पुलिसिया दमन के दम पर खदेड़ने वाले लोकशाही के गला घोंटने वाले कृत्य को जायज ठहराने के लिए कुतर्क पर कुतर्क गढ़ रहे हों परन्तु देश का आम आदमी के गले उनके ये तमाम तर्क किसी भी सूरत में नहीं उतर रहे है। देश की जनता एक ही सवाल कर रही है कि जो सरकार देश द्रोहियों को दिल्ली में देश के खिलाफ विष वमन करते हुए भी नपुंसकों की तरह मूक रहती हो, जो सरकारें भारतीय संसद पर हमला करने के दोषी फांसी पाये हुए आतंकी को फांसी पर लटकाने की हिम्मत नहीं कर पा रही हो, वो सरकार देश के हित में भ्रष्टाचारियों द्वारा विदेशों में जमा अकूत भारतीय धन को वापस लेने की मांग करने वाले सत्याग्रहियों को पुलिसिया दमन क्यों किया गया। वह भी खासकर सोते हुए लोगों पर। बच्चे बुढ़े, महिलाओं पर। भारतीय भाषाओं

केन्द्र से कांग्रेस, उत्तराखण्ड से निशंक व उ.प्र से माया सरकार का होगा सफाया

केन्द्र से कांग्रेस, उत्तराखण्ड से निशंक व उ.प्र से माया सरकार का होगा सफाया/ जनविरोधी भाजपा-कांग्रेस व बसपा पर महाकाल की काली छाया/ जा को प्रभु दारूण-दुख देऊं, ताकी मति पहले हर लेहूॅ त्रिकालदर्शी महाकवि तुलसीदास की उपरोक्त पंक्तियां जनता से पूरी तरह से कट गये भाजपा व कांग्रेस के पदलोलुप नेताओं पर शतः प्रतिशत सटीक बैठती है। काल के पदचाप से जो संदेश साफ सुनाई दे रहा है कि आगामी चुनावों में जहां भारत की महान जनता मनमोहन सिंह की सरकार को हटा कर कांग्रेस के सत्तांधों को करारा सबक सिखायेगी। वहीं विश्व संस्कृति की पावन गंगोत्री उत्तराखण्ड प्रदेश में आसीन भाजपा की भ्रष्टतम निशंक सरकार को 2012 में होने वाले विधानसभा चुनाव में हटा कर दिल्ली में भ्रष्टाचारी कुशासक को शर्मनाक संरक्षण दे रहे आसीन संघ भाजपा के धृतराष्टों को सबक सिखायेगी। इसके साथ ही दलित, गरीब, उपेक्षित समाज के हितों की दुहाई देकर सत्तांध बनी बसपा सरकार की मुखिया की दमनकारी व तानाशाही को भी प्रदेश की जनता विधानसभा चुनाव में पदच्युत करेगी। जिस प्रकार से बसपा नेत्री जनहितों को अमानवीय पुलिसिया दमन से रौंद रही है, उसको देख कर महा

स्वयं भगवान श्री कृष्ण करेंगे बाबा रामदेव की रक्षा

बाबा रामदेव की रक्षा करेंगे भगवान श्री कृष्ण अन्याय के खिलाफ जो कोई भी अत्याचारी सत्तांधों के खिलाफ कुरूक्षेत्र के मैदान में बाबा रामदेव की तरह उतर कर संघर्ष का शंखनाद करता है, उस सत्य व न्याय के जांबाज नायक की रक्षा स्वयं भगवान श्री कृष्ण करते हैं और दुष्टों को संहार करने वाला मेरा सुदर्शन ऐसे सत्तांधों से कुरूक्षेत्र के मैदान में ही फतह कराता है।

पुलिस ने अपराधियों व जानवरों जैसा व्यवहार किया :बाबा रामदेव

पुलिस ने अपराधियों व जानवरों जैसा व्यवहार किया :बाबा रामदेव रामलीला मैंदान में हुई पुलिसिया दमन कार्यवाही की रौंगटे खडा करने वाला बर्बर अत्याचार बताते हुए बाबा ने ऐलान किया कि वे अपना अनशन जारी रखेंगे। उन्होंने सरकार पर विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए ऐलान किया कि सरकार किसी भी हालत में विदेशी बैंकों में जमा भ्रष्ट लोगों का धन वापस नहीं लाना चाहती है। दिल्ली मे उनके नेतृत्व में आमरण अनशन कर रहे आंदोलनकारियों पर हुए ढ़ग से बर्बर अत्याचार पर अपनी प्रथम टिप्पणी अपने हरिद्वार स्थित पातंजलि आश्रम में 5 जून रविवार को दोपहर आयोजित प्रेस कांफ्रंेस में बाबा रामदेव ने कहा है कि पुलिस ने उनके साथ भी अपराधियों व जानवरों जेसा सलूक किया गया। उन्होंने कहा कि उनकी हत्या की साजिश की गई थी। उन्होने साफ शब्दों में कहा कि अगर उनकी हत्या होती है तो उसके लिए सोनिया गांधी व कांग्रेस जिम्मेदार होगी। उन्होने कहा कि इसके विरोध में पूरे देश में काला दिवस मनायें जायेंगे। बाबा रामदेव ने साफ शब्दों में कहा कि वे आखिरी सांसों तक अपने आंदोलन को जारी रखूंगा।

पतंजलि के संत रामदेव तुने कर दिया कमाल

पतंजलि के संत रामदेव तुने कर दिया कमाल फिरंगी भाषा से भारत को आजादी दिलायी रामदेव ने भले ही 4 जून की रात को मध्य रात्रि में भूखे प्यासे सो रहे हजारों देशभक्तों को अपनी पुलिसिया दमन से खदेड़ कर चैन की सांस ले रही हो परन्तु मनमोहन सिंह सरकार के इस पुलिसिये दमन ने कांग्रेस को देश की आम जनता की नजरों में पूरी तरह से गिरा दिया। परन्तु इसके बाबजूद सरकार के साथ जो समझोता बाबा रामदेव व सरकार के बीच में हुआ था उससे देश की लोकशाही एक प्रकार से मजबूत ही हुई थी। उसी महत्वपूर्ण उपलब्धी को देख कर मैने यहां पर यह लेख लिखा था। इस पावन भावना पर जो देश की लोकशाही को मजबूत व राष्ट्र के विश्व गुरू के रूप में फिर से स्थापित करने में सफल होने वाले महत्वपूर्ण कदम जहां फिरंगी हुक्मरानों से देश को आजादी महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय जनमानस ने हासिल की। वहीं आज दूसरी आजादी ( फिरंगी भाषा अंग्रजी की दासता से भारतीय जनमानस को) बाबा रामदेव ने भी हासिल एक प्रकार से कर ही ली है। वहीं अमेरिका सहित पूरा विश्व जनसमुदाय यह देख कर हैरान है कि जहां लीबिया, अरब देशों सहित अनैकों जगह हो रहे हिंसक जनसंघर्ष के बजाय

-दिल्ली में राजनैतिक प्रतिनिधित्व हासिल करने के लिए संसद में उत्तराखण्डियों ने कसी कमर

-दिल्ली में राजनैतिक प्रतिनिधित्व हासिल करने के लिए संसद में उत्तराखण्डियों ने कसी कमर/ -उत्तराखण्डी समाज की तीन महत्वपूर्ण घटनायें, नरेन्द्र नेगी का भ्रष्टाचार विरोधी गीत, राष्ट्रपति के समक्ष गुंजा निशंक का भ्रष्टाचार, संसद में महत्वपूर्ण बैठक/ आज 2 जून के हितों की रक्षा के लिए तीन महत्वपूर्ण कार्यो का शंखनाद हुआ। एक उत्तराखण्ड के महान गायक नरेन्द्रसिंह नेगी ने तिवारी के कुशासन से मुक्ति दिलाने के लिए बनाये गये अपने ‘नौछमी नारैण्ण’ गीत के बाद अब भ्रष्टाचारियों के शिकंजे में बुरी तरह से जकड़े उत्तराखण्ड की रक्षा के लिए ‘अब कथ्गा जी खेचुलू रे’ को उत्तराखण्ड की जनता के लिए जारी किया। उत्तराखण्ड की जनता को आशा है कि नौछमी नारैण की तरह ही इस गीत का प्रभाव उत्तराखण्ड की जनता में ठीक वेसे ही पड़ेगा जैसे तिवारी के कुशासन को उखाड़ फैंकने में पड़ा था। वहीं दूसरे महत्वपूर्ण कदम के तहत कांग्रेस पार्टी ने उत्तराखण्ड प्रदेश में आसीन भाजपा की निशंक सरकार को भ्रष्टाचारियों की सरकार बताते हुए राष्ट्रपति को निशंक सरकार के भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा प्रस्तुत किया। कांग्रेस के राज्य प्रभारी चैधरी वी

जनविरोधी भाजपा-कांग्रेस पर महाकाल की काली छाया

जनविरोधी भाजपा-कांग्रेस पर महाकाल की काली छाया/ जा को प्रभु दारूण-दुख देऊं, ताकी मति पहले हर लेहूॅ/ त्रिकालदर्शी महाकवि तुलसीदास की उपरोक्त पंक्तियां जनता से पूरी तरह से कट गये भाजपा व कांग्रेस के पदलोलुप नेताओं पर शतः प्रतिशत सटीक बैठती है। कांग्रेस पर महाकाल की वक्रदृष्टि का स्पष्ट संकेत यह देख कर सहज ही महसूस किया जा सकता है कि देश को अपने कुशासन से भ्रष्टाचार, मंहगाई व आतंक पर जरा सी भी ईमानदारी से अंकुश लगाने के प्रथम दायित्व का निर्वाहन न करने से देश की आम जनता का जीना दुश्वार कर ने वाली सप्रंग सरकार का प्रमुख दल कांग्रेस ने अपने पतन का ठीकरा देश व कांग्रेस की महान जननेत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के सर फोडने का आत्मघाति कार्य किया। जिस प्रकार से कांग्रेस के नेताओं ने मनमोहन सिंह जैसे आत्मघाति राजनेता को प्रधानमंत्री के पद पर बनाये रखा है वह देश व कांग्रेस के लिए ही घातक साबित हो रहा है। मनमोहन सिंह की सरकार भारतीय हितों के बजाय अमेरिका के हितों को भारत में मजबूत करती रही। वहीं मन मोहन की तरह ही कांग्रेस पार्टी ने सरकार में आस्कर फर्नाडिस जैसे जन नेताओं की बजाय जनार्जन द्विवेदी,