भारत को गुलामी से मुक्त करने के लिए आगे आयें देशभ >क्त जिस देश के हुक्मरान अपने निहित स्वार्थ में अंधे हो कर देश के दुश्मन देशों के हितों की पूर्ति हेतु देश की भाषा, नाम, संस्कृति व इतिहास को रौंद रहे हों। देश के स्वाभिमान, देश की एकता-अखण्डता से निर्लज्जता से खिलवाड करें हुए मंहगाई, आतंकवाद तथा भ्रष्टाचार के गर्त में देश को धकेल कर देश की जनता का जीना हराम कर रहे हों तो ऐसे हुक्मरानों से देश हितों की आश करना भी एक प्रकार से नासमझी ही होगी। जब ऐसे देशद्रोही ही हुक्मरान बन जाय तो वहां देशभक्त ही देशद्रोही ही बता कर दण्डित किये जाते रहेंगे और देशद्रोही व असामाजिक लोग देश के हुक्मरान बन कर देश को चंगैज व फिरंगियों से अधिक निर्ममता से देश को लुटेंगे ही। यही कारण है कि आज भारत दुनिया में एक ऐसा अभागा देश है जो आजाद होने के 64 साल बाद भी अपने नाम, भाषा, संस्कृति व इतिहास से न केवल वंचित है अपितु दुनिया में एक मात्र ऐसा देश भी हो गया है जो अपनी जड़ों में अपने आप ही मठ्ठा डाल रहा है। ऐसे समय समाजसेवा के नाम पर खड़े संगठनो सहित प्रमुख संस्थानों के महत्वपूर्ण पदों में आसीन असामाजिक त...