राजधानी गैरसैंण व मुजफरनगर काण्ड के दोषियों को दण्डित करने के लिए नया जांच आयोग बनाने के लिए तैयार हो रही है कांग्रेस

राजधानी गैरसैंण व मुजफरनगर काण्ड के दोषियों को दण्डित करने के लिए नया जांच आयोग बनाने के लिए तैयार हो रही है कांग्रेस/
उत्तराखण्ड राज्य की स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाने व मुजफरनगर काण्ड-9 4 के अभियुक्तों को दण्डित कराने के लिए एक नया जांच आयोग गठन करने की मांग के समर्थन मे ं मैंने आज 20 जुलाई 2011 को सांय सवा सात बजे उत्तराखण्ड राज्य गठन के शीर्ष नायक व वरिष्ठ सांसद सतपाल महाराज से उनके दिल्ली स्थित संसदीय निवास पर विशेष वार्ता की। सतपाल महाराज ने गैरसैंण राजधानी बनाने की मुहिम का समर्थन करते हुए कहा कि वे कांग्रेस के अधिवेशन में गैरसैंण में विधानसभा का अविलम्ब विशेष अधिवेशन का प्रस्ताव रखा था जिसे अधिवेशन में ध्वनिमत से समर्थन किया गया।
वहीं जब मैने सतपाल महाराज से मुजफरगनर काण्ड के अभियुक्तों को दण्डित करने के लिए गुजरात दंगों व 1984 के सिख दंगों के दोषियों को सजा दिलाने के तर्ज पर नये सिरे से नया जांच आयोग गठित करने की जरूरत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिस मुजफरनगर काण्ड को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने नाजी अत्याचारों के समकक्ष रखते हुए उसके लिए तत्कालीन केन्द्र की राव व उप्र की मुलायम सिंह दोनों सरकारों को दोषी ठहराते हुए सीबीआई द्वारा दोषी ठहराये गये तत्कालीन जिलाधिकारी अनन्त कुमार सिंह,, पुलिस अधिकारी बुआसिंह व नसीम सहित अन्य पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को कड़ी सजा देने का निर्णय लिया था, उस मुजफरनगर काण्ड के एक भी अभियुक्त को इस काण्ड के 17साल बाद भी सजा देने में भारत की पूरी व्यवस्था असफल रही। सबसे शर्मनाक बात यह रही कि शहीदों की शहादत पर गठित उत्तराखण्ड राज्य की सरकार ने इन दोषियों को सजा दिलाने में ईमानदारी से पहल करने की बजाय दोषियों को शर्मनाक संरक्षण व बचने की राह दी।
मुजफरनगर काण्ड के दोषियों को सजा दिलाने के लिए नये जांच आयोग के गठन की मांग के सुझाव पर तत्काल सहमति देते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद सतपाल महाराज ने इस मांग को कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र में सम्मलित करने व कांग्रेस के सत्ता में आते ही नये जांच आयोग के गठन कर दोषियों को सजा देने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सतपाल महाराज के साथ उत्तराखण्ड सरकार के पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, कांग्रेसी नेत्री जया शुक्ला, पत्रकार गिरीश बलुनी व समाजसेवी श्याम सिंह रावत भी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि मुजफरनगर काण्ड के दोषियों को सजा देने की मांग को लेकर हर साल 2 अक्टूबर को उत्तराखण्ड राज्य गठन आंदोलनकारी संगठन संसद की चैखट पर काला दिवस मनाते हुए राष्ट्रपति को ज्ञापन देते है। इसी पखवाडे केन्द्रीय कृषि व संसदीय कार्य राज्य मंत्री हरीश रावत के निवास पर आयोजित पत्रकारो सम्मान में आयोजित भोज में भी दोनों मांगों की तरफ कांग्रेस के केन्द्रीय महासचिव व प्रभारी चैधरी वीरेन्द्र सिंह के सम्मुख व श्री रावत के आवास पर ही आंदोलनकारियों के सम्मान में आयोजित भोज में मैने प्रमुखता से दोनों मांगों पर अपने विचार प्रकट किये थे। आशा है कि कांग्रेस 2012 के विधानसभा चुनाव में इस मांगों को मान कर इसे साकार करके जनांकांक्षाओं को पूरी करने का काम करेगी।

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