कानून बनाने से ही नहीं अपितु जनता से जागने से होगा भ्रष्टाचार दूर
कानून बनाने से ही नहीं अपितु जनता से जागने से होगा भ्रष्टाचार दूर
चोर तिजोरी का रखवाला बन जाय और उसके हाथों में बंदुक भी दे दी जाय तो उसकी बंदुक की गोली किसी चोर पर नहीं अपितु उसकी चोरी को पकड़ने वाले व प्रश्न उठाने वाले ईमानदारी आदमी पर ही चलेगी। इसलिए चाहे जन लोकपाल बने या ठोकपाल तब तक देश का भला नहीं होने वाला, जब तक यहां की आम जनता जाग कर देश में अपने दायित्वों व अधिकारों का निर्वहन न करे। ऐसा न होने पर चाहे कितने भी लोकपाल आदि कानून बना लो, ये कानून इन जनविरोधी हुक्मरानों के चरणों में वर्तमान में कानूनों की तरह दम तोडते रहेंगे।www.rawatdevsingh.blogspot.com
चोर तिजोरी का रखवाला बन जाय और उसके हाथों में बंदुक भी दे दी जाय तो उसकी बंदुक की गोली किसी चोर पर नहीं अपितु उसकी चोरी को पकड़ने वाले व प्रश्न उठाने वाले ईमानदारी आदमी पर ही चलेगी। इसलिए चाहे जन लोकपाल बने या ठोकपाल तब तक देश का भला नहीं होने वाला, जब तक यहां की आम जनता जाग कर देश में अपने दायित्वों व अधिकारों का निर्वहन न करे। ऐसा न होने पर चाहे कितने भी लोकपाल आदि कानून बना लो, ये कानून इन जनविरोधी हुक्मरानों के चरणों में वर्तमान में कानूनों की तरह दम तोडते रहेंगे।www.rawatdevsingh.blogspot.com
बिल्कुल सही मिं आपकी बात से पूरी तरह समत हूँ जब तक जन - जन नहीं जागेगा इस देश का कुछ नहीं हो सकता क्युकी राजनीती छोटे - छोटे गुटों को कभी भी सर उठाने नहीं देगी |इसलिए सब को मिलकर एक बहुत बड़ा जत्था तैयार करना होगा तभी कुछ संभव है |
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