मानवीय समाज पर कलंक

बच्चों को विद्यालयी शिक्षा में यह भी पढ़ाया जाना चाहिए कि जाति, धर्म, लिंग, क्षेत्र, रंग व भाषा के नाम पर किसी का शोषण करने वाले, ध्रुमपान करने वाले, शराब पीने वाले व बनाने वाले तथा निरपराध पशुओं की हत्या करने वाले राक्षस व मानवीय समाज पर कलंक होते हैं।
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