.दिल्ली में भी नहीं है आपदा से बचाव की आपात व्यवस्था दुरस्थ / .नन्द नगरी टेन्ट प्रकरण ही नहीं कांग्रेस मुख्यालय के समक्ष कार दहन प्रकरण से जाहिर हुआ आपदा प्रबंधन बेनकाब/ दिल्ली देश की राजधानी है। यहां पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व गठबंधन सरकार की प्रमुख सहित देश के तमाम मंत्रियों, सांसदों, सेना नायकों, प्रमुख नौकरशाहों का आवास व कार्यालय है। इसी महत्व के कारण दिल्ली आतंकियों के निशा ने पर रही। यहां पर कई आतंकी कार्यवाही को आतंकियों ने बम धमाके व गोलियों से दिल्ली के दिल को छलनी करके लहू लुहान करने का नापाक कृत्य किया। अमेरिका में एक ही बार आतंकी हमला हुआ परन्तु उसके बाद अमेरिकी प्रशासन ने इतनी मजबूत आपदा व सुरक्षा व्यवस्था का गठन किया कि लाख कोशिश करने के बाबजूद आतंकी दुबारा कई वर्ष बीत जाने के बाबजूद अमेरिका में एक मच्छर तक नहीं मार सके। परन्तु भारत में संसद, लाल किला ही नहीं सरोजनी नगर, करोल बाग, कनाट प्लेस व वटाला हाउस पर हमला करके आतंकियों ने भारतीय व्यवस्था के तमाम आपदा प्रबंधों व सुरक्षा दावों को बेनकाब ही कर दिया। सरकार हर आतंकी हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था मज...