खंडूडी ने कमजोर लोकपाल बना कर जनता को ही नहीं अण्णा हो भी छला
भाजपा व कांग्रेस का उत्तराखण्ड से सफाया करके ही होगी जनभावनायें साकार: जनरल तेजपाल सिंह रावत/
खंडूडी ने कमजोर लोकपाल बना कर जनता को ही नहीं अण्णा हो भी छला/
नई दिल्ली, (प्याउ)। ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ छेडी अण्णा की जंग में देश का हर देशभक्त अवाम साथ है। लोगों ने अण्णा की निर्मल छवि व त्याग की मूर्ति के कारण उनको गांधी का प्रतिमूर्ति मान कर उनको अपना समर्थन दिया। परन्तु उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री भुवनचंद खंडूडी ने न केवल अण्णा को अपितु प्रदेश की उस भोली जनता के साथ विश्वासघात किया, जो उनको भ्रष्टाचार के खिलाफ खुली जंग छेडने वाला एक ईमानदार राजनेता मानती रही। ऐसी भोली जनता के विश्वास का गला घोंटते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भुवनचंद खंडूडी ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के नाम पर एक ऐसा लोकपाल बनाया, जो न केवल विधायक, मंत्री व मुख्यमंत्री जैसे पदों पर आसीन संभावित भ्रष्टाचारियों को साफ बचाने का ‘विशेष सर्वानुमति का’ पिछला दरवाजा बनाया है। यही नहीं श्री खंडूडी ने प्रदेश में खुली लूट मचा रहे एनजीओ पर अंकुश लगाने के लिए इसमें सम्मलित तक नहीं किया। वहीं इस बिल को देश में सबसे मजबूत बना कर अपनी झूठी छवि को बनाने का निकृष्ठ व अलोकतांत्रिक काम किया।’ जिस किसी को भी इसमें तनिक सा भी संदेह है उन्हें उत्तराखण्ड लोकायुक्त के पृष्ठ 21 के चेप्टर 6 में जो लिखा है
CHAPTER VI
INVESTIGATION AND PROSECUTION AGAINST HIGH
FUNCTIONARIES
Investigation and Prosecution against high functionaries
18. No investigation or prosecution shall be initiated without obtaining
permission from the Bench of all the members with Chairperson
against any of the following persons:-
(i) The Chief Minister and any other member of the Council of
Ministers.
(ii) Any Member of Uttarakhand Legislative Assembly. (http://uk.gov.in/files/Documents/ENGLISH_UTTARAKHAND_LOKAYUKTA_BILL__2011.pdf)
उससे न केवल खंडूडी का छल बेनकाब होता है अपितु अण्णा के सहयोगियों द्वारा उनको जानबुझ कर गुमराह करने का कच्चा चिठ्ठा उजागर हो जाता है। अण्णा को क्यों उनकी टीम ने किस निहित स्वार्थो के खातिर ये गलत जानकारी दी, यह तो वे ही जानते हैं परन्तु अण्णा द्वारा इस लोकायुक्त को मजबूत कह कर समर्थन करना उनकी छवि को जहां धूमिल करता है वहीं उन को उनकी टीम द्वारा गुमराह किये जाने का आरोप सत्य साबित होता है।
यह दो टूक बात संसद के समीप प्रेस क्लब आफ इंडिया में आज 16 नवम्बर सांय तीन बजे प्रेस क्लब में आयोजित एक खुली प्रेस वार्ता में देश की मीडिया को संबोधित करते हुए उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा के अध्यक्ष, ले. जनरल तेजपाल सिंह रावत ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में समान विचार वाले राजनैतिक व उत्तराखण्ड समर्थक दलों, को साथ ले कर प्रदेश को दिल्ली के दलालों के लिए लूट का अड्डा बनाने वाले भाजपा व कांग्रेस के शिकंजे से मुक्त करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य का गठन के लिए हमारी माॅं बहिनों व युवाओं ने जो शहादतें दी व अपना सर्वस्व इस राज्य को गठन करने के लिए समर्पित किया, उस राज्य को भाजपा व कांग्रेस के दिल्ली दरवार के प्यादों ने पूरी तरह से तबाह कर दिया है। इन दलों ने न केवल प्रदेश की अस्मिता को रोंदने वाले मुजफफरनगर काण्ड के अभियुक्तों को शर्मनाक संरक्षण दिया अपितु प्रदेश की जनांकांक्षाओं को साकार करने वाली राजधानी गेरसैंण को भी षडयंत्र के तहत जमीदोज कर दिया है। पूर्व सांसद ले. जनरल तेजपाल सिंह रावत ने जनता से दो टूक शब्दों से कहा कि उनको भारतीय सेना का ले. जनरल जेसा गौरवशाली पद पर आसीन हो कर देश की रक्षा में अपने आपको समर्पित करने का अवसर मिला। मुझे प्रदेश में विधायक से कबीना मंत्री व भारत की सर्वोच्च सदन में सांसद बनने का शौभाग्य मिला। जब मैने देखा कर उत्तराखण्ड के हितों के साथ भाजपा व कांग्रेस दोनों दल शर्मनाक खिलवाड़ कर रहे हैं तो मेरी आत्मा ने मुझको अपनी मातृ भूमि की रक्षा के लिए दोनों दलों को त्यागने के लिए विवश किया। मेरा शौभाग्य है कि कांग्रेस की आला कमान सोनिया गांधी व भाजपा के आला नेताओं के तमाम प्रलोभन को ठुकरा कर अपनी जन्म भूमि उत्तराखण्ड के हितों की रक्षा के लिए मेरी आत्मा ने मुझे झकझोर दिया। मेरे इस काम में उत्तराखण्ड के महान चिंतक व पूर्व आईएएस सुरेन्द्र सिंह पांगती, उत्तराखण्ड के महान गायक नरेन्द्र नेगी सहित हजारों उत्तराखण्ड के हक हकूकों की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व निछावर करने वाले महानायकों का आशीर्वाद व सहयोग रहा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा केवल एक राजनैतिक दल नहीं अपितु यह उत्तराखण्ड के हितों के लिए समर्पित पूर्व सैनिकों, छात्रों, बुद्विजीवियों, महिलाओं, समाजसेवियों का एक व्यापक जनांदोलन भी है। उन्होंने कहा आज अगर हम जागे नहीं तो भाजपा व कांग्रेस प्रदेश के बाकी रहे संसाधनों को अपने आकाओं को खुश करने के लिए बर्बाद कर देंगे। उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष कभी किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं रहा, उन्होने चाहे कांग्रेस हो या भाजपा दोनों दलों को छोडा जब वहां पर भ्रष्ट लोगों को प्रदेश की सत्ता का महत्वपूर्ण संवेधानिक पदों पर पार्टियों के नेतृत्व ने भारी विरोध करने के बाबजूद आंख बंद करके आसीन किया। उन्होने उत्तराखण्ड के जनमानस से अपील की कि वे उत्तराखण्ड के हितों को रौंद रहे दोनों दलों का
प्रदेश से सफाया करने के लिए आगे बढ़ कर तन मनधन से उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा का ध्वजवाहक बने। उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा के सिपाई प्रदेश की सत्ता की बंदरबांट करने के लिए नहीं अपितु
प्रदेश की उन जनांकांक्षाओ को साकार करने के लिए राजनीति में उतरे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे बाबा रामदेव पर गहरा कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव में जरा सी भी नैतिकता होती तो वे किसी भी कीमतपर प्रदेश को भ्रष्टाचार के गर्त में धकेल रही भाजपा को भी कांग्रेस की तरह प्रहार करते। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि बाबा रामदेव ने उत्तराखण्ड में भाजपा का समर्थन करके न केवल अपना नैतिक बल का गला घोंट दिया अपितु जनता के विश्वास को भी बुरी तरह हिला दिया। आत्म विश्वास से भरपूर ले. जनरल तेजपाल सिंह रावत ने कहा कि उनकी पार्टी में जातिवाद, क्षेत्रवाद व भ्रष्टाचार के बजाय ंपूरे विश्व में ईमानदारी, मेहनतकश व प्रबुद्वता के लिए विख्यात रहे उत्तराखण्ड का आदर्श राज स्थापित करेंगे। जिसमें न तो किसी का शोषण किया जायेगा व नहीं किसी को उत्तराखण्ड के हितों से लूट खसोट करने वाले माफियाओं को पांव जमाने में सहयोग देने की इजाजत ही दी जायेगी।
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