उत्तराखण्डी शेर अब्बलसिंह बिष्ट नहीं रहे
उत्तराखण्डी शेर अब्बलसिंह बिष्ट नहीं रहे
उत्तराखण्ड समाज के अग्रणी समाजसेवी अब्बलसिंह बिष्ट का बुधवार को दिल्ली के अपोला अस्पताल में निधन हो गया। दिवंगत श्री बिष्ट का अंतिम संस्कार हरि हर की विश्व विख्यात पावन नगरी हरिद्वार स्थित पतित पावनी गंगा के पावन तट पर किया गया। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के गाजियाबाद-प्रताप बिहार क्षेत्र में विगत बीस सालों से निवास कर रहे श्री बिष्ट जनपद रूद्रप्रयाग के दश्जुला काण्डे के ईशाला गांव के मूल निवासी थे। भासीसुबल से स्वेच्छिक सेवानिवृत लेने के बाद श्री बिष्ट दिल्ली कनाट प्लेस स्थित विश्वविख्यात सिटी बैंक में कार्यरत थे। वे लम्बे समय तक प्रताप बिहार उत्तराखण्डी रामलीला समिति के प्रमुख रहने के साथ-साथ उत्तराखण्डी आत्मसम्मान के प्रतीक भी रहे। वे लगातार उत्तराखण्डियों को राजनीतिक वजूद बनाने के लिए प्रेरित करते रहे। उन्होंने दो बार गाजियाबाद के प्रताप बिहार क्षेत्र से पार्षद के चुनाव में निर्दलीय लड़ कर भाजपा व कांग्रेस सहित तमाम दलों के पसीने छुटा दिया था। भले ही तिकड़म से राजनैतिक दल चुनावी मशनरी का दुरप्रयोग करके विजयी रहे परन्तु इस प्रकरण से श्री बिष्ट ने राजनैतिक दलों को जहां उत्तराखण्डी समाज की उपेक्षा करने के मद को चूर कर दिया साथ में ही श्री बिष्ट ने उत्तराखण्डियों में राजनैतिक वजूद हासिल करने के लिए प्रेरित भी किया। श्री बिष्ट की अध्यक्षता में व शंकराचार्य माधवाश्रम के आशीर्वाद से तथा महामंत्री शिव प्रसाद पुरोहित के सहयोग से रूद्रप्रयाग के विख्यात कोटेश्वर महादेव में अष्टादश पुराण का भव्य आयोजन भी किया गया। इसके साथ श्री बिष्ट अपने क्षेत्र के विकास के लिए सदा समर्पित रहते थे। यही नहीं उन्होंने रूद्र प्रयाग में अपने सहयोगियों के साथ आफसेट प्रिंटिंग प्रेस भी लगायी थी। स्वाभिमानी श्री बिष्ट जी अपने व समाज के सम्मान के लिए मरमिटने के लिए तैयार रहते थे। स्पष्टवादी, निष्पक्ष के श्री बिष्ट जी बोलने से अधिक स्वयं काम करने में विश्वास रखते थे, परन्तु वे गलत बात किसी की भी नहीं सहन करते थे। उन्होंने अपने सामथ्र्य से अपने पंहुच से सैकडों बेरोजगारों को सिटी बैंक सहित अन्य सेवाओं में लगाया। उनके शोकाकुल परिवार में उनकी धर्मपत्नी भावना बिष्ट, उनकी दो प्रतिभाशाली पुत्रियां व पुत्र है। उनके निधन पर दिल्ली व उत्तराखण्डी समाज के अग्रणी समाजसेवियों ने गहरा शोक प्रकट किया। नोबल पुरस्कार से सम्मानित संयुक्त राष्ट्र की संस्था के अन्तरराष्ट्रीय वैज्ञानिक डा एच एस कपर्वान, प्यारा उत्तराखण्ड के सम्पादक देवसिंह रावत, शंकराचार्य माधवाश्रम जी धर्मार्थ चिकित्सा ट्रस्ट के महामंत्री देवसिंह रावत, उत्तराखण्ड पत्रकार परिषद के पूर्व महामंत्री दाताराम चमोली, युवा कांग्रेस के महाराष्ट्र समन्वयक राजपाल बिष्ट, उद्यमी राजेन्द्र जगवान सहित अनैक समाजसेवियों ने उनके निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए देहरादून निवास कर रहे उनके परिजनों को अपनी हार्दिक संवेदना प्रकट की।
श्री बिष्ट जी को मेरी ओर से श्रधांजलि..!!
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