कांग्रेसी दिग्गज तिवारी द्वारा विजय बहुगुणा के इस्तीफे की मांग से कांग्रेस आला कमान पर बढा मुख्यमंत्री को हटाने के लिए भारी  दवाब 


निकाय चुनाव में कांग्रेस, भाजपा से ही नहीं स्वतंत्र प्रत्याशियों ने चटाई धूल,

 6 नगर निगमों में कांग्रेस का पूरा सफाया, 4 भाजपा व 2 निर्दलीय

इस शर्मनाक हार को भी मुख्यमंत्री बहुगुणा व यशपाल की जीत बता रहे हैं चाटुकार कांग्रेसी 


उत्तराखंड में टिहरी संसदीय उपचुनाव के बाद नगर निकाय चुनावों में भी कांग्रेस को करारा झटका लगा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता व उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी ने इन चुनावों में करारी हार के लिए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से इस्तीफा मांग कर सबको चैंका दिया। हालांकि कांग्रेस ही नहीं प्रदेश के अधिकांश लोग विजय बहुगुणा को एक पल के लिए भी मुख्यमंत्री के पद पर आसीन नहीं देखना चाहते। परन्तु तिवारी के समर्थन की बदोलत दिल्ली दरवार के प्यादों ने कांग्रेस आला कमान को गुमराह करके जिस प्रकार से मुख्यमंत्री बनाया वह अब तिवारी द्वारा इस्तीफा मांगने की मांग के बाद प्रदेश की राजनीति में जबरदस्त दवाब कांग्रेस आला नेतृत्व पर विजय बहुगुणा को हटाने का पडने लगा है। जिस प्रकार से सतपाल महाराज ने सरकार व संगठन दोनों को इस हार के लिए दोषी ठहराया और उसके बाद आये चुनाव परिणामों पर तिवारी की इस्तीफे की मांग ने प्रदेश की राजनीति में एक जबरदस्त बदलाव के संकेत दिये है। हालांकि इस हार के बाबजूद कांग्रेस का एक ऐसा आत्ममुग्ध तबका है जो प्रदेेश की इस हार के बाबजूद भी विजय बहुगुणा और यशपाल आर्य की आरती उतारने में लगा है और चुनाव परिणाम को कांग्रेस की जीत बताते हुए प्रदेश मुख्यालय में मिष्ठान वितरित करने में लगा हुआ था। यही नहीं इस आशय की प्रेस विज्ञप्ति भी कांग्रेस के प्रवक्ता धीरेन्द्र प्रताप ने जारी करके इन चुनावों को विजय बहुगुणा व यशपाल आर्य के नेतृत्व की जीत बताया था।
 प्रदेश के सभी 6 नगर निगमों में कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हुआ। अभी तक 5 नगर निगम चुनाव परिणामों में देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी व रूद्रपुर जैसे प्रतिष्ठित चार भाजपा  तथा काशीपुर व रूड़की निर्दलीय की झोली में गये।
काशीपुर नगर निगम चुनाव में भी निर्दलीय प्रत्याशी ऊषा चैधरी ने कांग्रेसी प्रत्याशी रूखसाना अंसारी को 7418 मतों से पराजित किया। यहां निर्दलीय प्रत्याशी को 23958 मत मिले वहीं कांग्रेसी प्रत्याशी को 16540 मत मिले।
 रूद्रपुर नगर निगम के मेयर के पद पर भाजपा ही विजयी रही। यहां भाजपा की सोनी कोहली को 25465 मत मिले वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी ममता रानी को 21423 मत मिले। भाजपा प्रत्याशी को यहां 4042 मतों से विजय मिली। देहरादून, हल्द्वानी व हरिद्वार भी भाजपा ने फतह कर ली है।
 रूड़की नगर निगम के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी ने भाजपा व कांग्रेस को धूल चटायी। देहरादून नगर निगम में भाजपा को फतह मिली। यहां  कुल 196750 वोट पड़े - विनोद चमोली को 80530 मत मिले व कांग्रेस के  सूर्यकांत धस्माना को 57618 तथा बसपा की  रजनी रावत को - 46689 मत मिले।  मेयर पद के लिए अन्य सातों प्रत्याशियों की जमानत ही जब्त हो गयी।  उक्रांद प्रत्याशी मनमोहन लखेड़ा को 3302, निर्दलीय प्रत्याशी सरदार खान को 2192, संजय गोयल -2191,मकबूल अहमद -1777 मत व राजेन्द्र प्रसाद को 1520 मत ही मिले। वहीं  क्षेत्रीय गठबंधन का संयुक्त प्रत्याशी राजीव कोठारी को 500 वोट और शिवदर्शन सिंह रावत को 430 वोट मिले।
वहीं हल्द्वानी नगर निगम में कुल 64441वोट पड़े। यहां भाजपा के  डा. जोगेंद्र सिंह को  22023, सपा के अब्दुल मतीन सिद्दकी को 20614 तथा कांग्रेस के प्रत्याशी हेमंत बगड़वाल को 13803 मत मिले।
हरिद्वार नगर निगम चुनाव में कुल 100393 वमत पड़े। यहां भाजपा के प्रत्याशी मनोज गर्ग  को 48958,  कांग्रेस के ऋषिश्वरानंद को 31803 एवं निर्दलीय प्रत्याशी  मुरली मनोहर को 9744 मत मिले।
ं रुड़की नगर निगम चुनाव में कुल 52652 वोट पडे। यहां निर्दलीय प्रत्याशी यशपाल राणा को 15763 मत मिले व भाजपा के महेंद्र कुमार अरोड़ा को 15653 तथा बसपा प्रत्याशी अख्तरी बेगम को 4253 मत मिले।
प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित देहरादून नगर निगम के मेयर पद के साथ साथ नगर निगम में भी भाजपा ने देहरादून स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया। देहरादून नगर निगम में 60 में से 33 वार्डों पर भाजपा परचम फहरा कर स्पष्ट बहुमत हासिल कर गयी। वहीं कांग्रेस -24,बसपा -1 व 2 स्थानों पर निर्दलीय विजयी रहे। जबकि पिछले कार्यकाल में भाजपा के पास केवल 28 पार्षद थे।
पालिकाओं व नगर पंचायतों के घोषित 69 नतीजों में भी कांग्रेस तीसरे नम्बर में रही । सबसे ज्यादा निर्दलीय व दूसरे पर भाजपाइ्र व तीसरे पर कांग्रेस रही।  पालिकाओं व नगर पंचायतों में 22 पर भाजपा,, 21 पर कांग्रेस, एक बसपा, एक उक्रांद और 24सीटें निर्दलीयों के हिस्से में गई हैं।
जिन नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों में भाजपा विजयी रही उनमें रुद्रप्रयाग, अगस्तमुनि जोशीमठ,नंदप्रयाग, गैरसैंण, कीर्तिनगर, मुनिकी रेती,अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत  प्रमुख है। वहीं जिनमें कांग्रेस विजयी रही उनमें ऋषिकेश, चमोली, श्रीनगर, टिहरी, देवप्रयाग व उत्तरकाशी में निर्दलीय तथा चिन्यालीसौड़, नरेंद्रनगर, पुरोला और गौचर आदि प्रमुख है।
कांग्रेस के विजयी नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष में विजयी प्रत्याशियों में बागेश्वर -गीता रावल, अल्मोड़ा से प्रकाश जोशी, लालकुआं -रामबाबू मिश्रा  लोहाघाट -लता वर्मा, पिथौरागढ़ -जगत सिंह खाती, पुरोला - प्यारेलाल हिमानी ,बड़कोट -कांग्रेस के अतोल रावत ,नरेन्द्रनगर -दुर्गा राणा,  मसूरी -मनमोहन सिंह मल्ल, गौचर -मुकेश नेगी, सितारगंज -कांता प्रसाद सागर,खटीमा -सुरैया बेगम,किच्छा -पप्पू चावला,बाजपुर -जसवीर कौर, शक्तिफार्म -सुक्रांत ब्रह्म, टनकपुर -लक्ष्मी पांडेय , विकासनगर -नीरज अग्रवाल 6 मतों से विजयी रहे है।  ऊखीमठ में कांग्रेस की रीता पुष्पवाण ने भाजपा प्रत्याशी बबीता भट्ट को चार मतों के अंतर से हराया।

भाजपा के विजयी नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष में डोईवाला - कोमल कन्नौजिया,भीमताल -राजेश नेगी,भवाली -नीमा बिष्ट, कालाढूंगी -पुष्कर कत्यूरा,चंपावत - प्रकाश तिवारी, गंगोलीहाट -विमल रावत,डोईवाला -कोमल कन्नौजिया, मुनीकीरेती -शिवमूर्ति कंडवाल, कीर्तिनगर -कल्पना कठैत,जोशीमठ -रोहिणी रावत,रुद्रप्रयाग -राकेश नौटियाल, अगस्त्यमुनि -अशोक खत्री, स्वर्गाश्रम जौंक -शकुंतला देवी राजपूत,गदरपुर -अंजू भुड्डी  आदि प्रमुख है।
निर्दलीय-,पौड़ी में यशपाल बेनाम, कफकोट से कांग्रेस के बागी चंपा देवी,  द्वाराहाट -विमला साह,हरबर्टपुर -वीना शर्मा ,टिहरी -उमेशचरण गुसाई (भाजपा के बागी),देवप्रयाग -सुभांगी कोटियाल,चंबा -विक्रम पंवार,पोखरी -सुशीला रावत,कर्णप्रयाग -सुभाष गैरोला, उत्तरकाशी -जयेंद्री राणा,लोहाघाट -लता वर्मा
कुमाऊं मंडल मुख्यालय नैनीताल में उत्तराखंड क्रांति दल खाता खोलने में सफल रहा। यहां नगर पालिका अध्यक्ष पद पर उत्तराखंड क्रांति दल के श्यामनारायण विजयी रहे हैं। उक्रांद निकाय चुनाव में केवल इसी प्रतिष्ठित में गरीमामय स्थान हासिल कर पायी। वहीं बसपा, कोटद्वार नगर पालिका अध्यक्ष पद पर बसपा कब्जा करने में सफल रहे।
वहीं गढ़वाल मण्डल मुख्यालय पौड़ी की नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर बेनाम निर्दलीय प्रत्याशी व पूर्व विधायक यशपाल 1250 मतों से विजय रह कर भाजपा व कांग्रेस को धूल चटाने में सफल रहे। यही नहीं पौड़ी नगर पालिका के सभी 11 वाडरें में निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी है।
वहीं गैरसैंण नगर पंचायत में भी भाजपा प्रत्याशी विजय रहे।
नगर पालिका ऋषिकेश में तीसरी बार दीप शर्मा ने 13738 मत हासिल कर पालिकाध्यक्ष का ताज पहनकर कांग्रेस व भाजपा को करारा सबक सिखाया। वहीं ऐसे जमीनी नेता को नजरांदाज करने का करारा तमाचा खा कर कांग्रेस को अपने ऐसे दुर्दिन देखने पडे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा की स्नेहलता (8472 मत) को धूल चटाई । यहां से कांग्रेसी प्रत्याशी विनय सारस्वत केवल 4981 मत प्राप्तने के बाबजूद अपनी जमानत भी नहीं बचा पाये। यहां से बसपा के राजेश कुमार को 660 मत मिले। वहीं देवभूमि पार्टी के प्रत्याशी गोपाल कृष्ण शर्मा को 663 मत प्राप्त हुए।

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