हरक सिंह रावत का विकल्प मानकर कांग्रेस में कण्डारी को लाये क्या बहुगुणा? डा हरक सिंह रावत के मजबूत प्रभाव से विरोधी थाम रहे हैं भाजपा का दामन रूद्रप्रयाग जनपद में एक ही महीने में पूरा राजनैतिक नक्शा ही बदल गया है। यहां पर दो दशक से लम्बे समय तक भाजपा का झण्डा उठाने वाले पूर्व कबीना मंत्री रहे मातवर सिंह कण्डारी आजकल कांग्रेसी बन कर सोनिया व बहुगुणा की जय जय कार करते नजर आ रहे हैं। वहीं एक दशक तक पूरे कांग्रेस संगठन को चलाने वाले, कांग्रेस के वरिष्ठ दिग्गज नेता आर के धवन, चैधरी बीरेन्द्रसिंह व हरीश रावत के कभी करीबी रहे दिग्गज कांग्रेसी नेता बीरेन्द्र बिष्ट इन दिनों भाजपाई हो कर कांग्रेस की जड़ो में मट्ठा डाल रहे है। यह राजनैतिक रंग बदलने का तूफान लगता है यहीं पर थम नहीं रहा है। अभी यहां के आम लोगों व भाजपा के दिग्गज भी इसी बात से परेशान है कि भाजपा में दो दशक से अधिक समय तक रहे कद्दावर नेता मातवर सिंह कण्डारी यकायक बिना किसी बडे प्रकरण के कांग्रेस में क्यों सम्मलित हो गये। उनका भाजपा में सम्मलित क्या टिहरी उपचुनाव में कांग्रेसी प्रत्याशी साकेत की चुनावी नैया को पार ल...
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Showing posts from September, 2012
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जर्मन की तरह एक अखण्ड भारत बनेगा भारत, पाक व बंगलादेश ? भगत सिंह चैक के नाम से जाना जायेगा अब लाहौर चैराहा अखण्ड भारत की आजादी के महानायक शहीदे आजम भगतसिंह के सम्मान में अखण्ड भारत के ही एक हिस्से रहे पाकिस्तान ने अपने प्रसिद्ध लाहौर चैक का नाम भगतसिंह चैक रखने का निर्णय लिया। गौरतलब है कि 1947 से पहले अखण्ड भारत देश के आजादी के बाद तीन देश बने। ये 1947 में भले ही भारत, पाकिस्तान के नाम से जाने गये। अखण्ड भारत का विभाजन जहां अंग्रेजी हुकुमत ने दूसरे विश्व युद्ध के नायक रहे मित्र देशों के प्रमुख अमेरिका की विश्व में अपना परचम फेहराने की रणनीति का एक खतरनाक हिस्सा था। अखण्ड भारत के विभाजन के लिए अंग्रेजों ने यहां के धर्मांध जिन्ना जैसे लोगों को अपना मोहरा बना कर धर्म के आधार पर मुसलमानों के लिए 14 अगस्त 1947 पाकिस्तान बनाया। वहीं गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने हिन्दु बाहुल्य शेष भारत को धर्मनिरपेक्ष भारत के रूप में 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता हासिल की। इस धर्म के आधार पर हुए विभाजन के कारण अखण्ड भारत के 10 लाख से अधिक निर्दोष भारतीयों का निर्ममता से कत्ल किया गया। अंग्रे...
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भारत को लूटने वाले खुद लुट पीट कर जायेंगे सदा।। क्यो परेशान हो साथी , क्या नेता रावण से कम दिखते तुम्हे लंका नहीं, अब तो रावण संसद ही नहीं हर घर में बसते है। ताडिका, सूर्पनखा व शिखण्डी ही अब भाग्य विधाता बने हैं। जेबकतरे भी देखो आज यहां ईमानदार पहरेदार बने हुए हैं। पर सत्तांध इन दुर्योधनो, कंसों, रावणों को कोई तो बता दे लंका ढहती है जरूर एक दिन, खुद रावण के ही पापों से बेनकाब होते हैं यहां पर जयचंद जेबकतरे कालनेमी सदा। लूटेरे व लूटेरों के दलालों को नसीहत है यही मेरी साथी महाकाल यहां देख रहा है हर पल पाप पाखण्ड तुम्हारे। भारत को लूटने वाले खुद लुट पीट कर जायेंगे सदा।। -देवसिंह रावत
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स्व. शिवप्रसाद पुरोहित जैसे निष्काम कर्मयोगी ही होते है धर्म व समाज के नींव के पत्थरः शंकराचार्य माधवाश्रम जी महाराज 29 सितम्बर को अग्रणी समाजसेवी शिव प्रसाद पुरोहित को सर्व समाज ने दी भावभीनी श्रद्धांजली नई दिल्ली(प्याउ)। ‘स्व. शिवप्रसाद पुरोहित जैसे निष्काम कर्मयोगी धर्म व समाज के नींव के पत्थर होते हैं। जिस समाज में ऐसे समर्पित लोग होते हैं उनके रचनात्मक जनहितकारी निष्काम कार्यो से समाज हमेशा समृद्ध, खुशहाल व धर्मवान बनता है। उनके आकस्मिक निधन से भारतीय संस्कृति का एक सच्चा ध्वजवाहक हमारे बीच में नहीं रहा, भगवान उनकी दिव्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में समर्पित रखे ।‘ यह भावपूर्ण श्रद्धांजलि रूपि आर्शीवाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य माधवाश्रम जी महाराज ने अग्रणी समाजेसेवी व अपने अनन्य शिष्य शिव प्रसाद पुरोहित की श्रद्धांजलि समारोह में कही। इस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन 29 सितम्बर को दोपहर पौने चार बजे दिल्ली के गढ़वाल भवन में अनैक अग्रणी सामाजिक संगठनों द्वारा दिवंगत शिवप्रसाद पुरोहित के करीबी मित्र कांग्रेसी नेता बृजमोहन उप्रेती, भाजपा नेता डा विनो...
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स्वाभिमान व लोकशाही की रक्षा के लिए कांग्रेस को उप चुनाव में हरायें जनता उत्तराखण्ड की स्वाभिमानी जनता से विनम्र निवेदन है कि आगामी 10 अक्टूबर को टिहरी लोकसभा उपचुनाव में कुशासन के प्रतीक व देश को मंहगाई, भ्रष्टाचार व आतंकवाद से पतन के गर्त में धकेलने वाले कांग्रेस को करारा सबक सिखाने के लिए उसके प्रत्याशी को न केवल हरायें अपितु उसको मजबूत टक्कर देने वाले विरोधी प्रत्याशी को अपना मत दे कर कांग्रेस की हार सुनिश्चित करें। क्योंकि मजबूत टककर देने वाले प्रत्याशी की बजाय इस उपचुनाव में अन्य को मतदेना एक प्रकार से कांग्रेसी प्रत्याशी को ही मजबूत करने वाला मत माना जायेगा। राजनीति में कई राजनैतिक दल कई प्रकार के हथकण्डे अपना कर अपने विरोधियों को कमजोर करने के लिए ऐसे प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारते हैं जो मतों को विभाजन कराये। इसलिए इस उपचुनाव का अर्थ ही एक है कि प्रदेश की जनता कांग्रेस के कुशासन का समर्थन कर रही है या नहीं। इसलिए इस लोकसभा के चुनाव के मुहाने पर खड़े देश को उत्तराखण्ड की जनता साफ बता दें कि वह कांग्रेस के वर्तमान कुशासन के खिलाफ है। जिस प्र...
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अण्णा के बाद अरविन्द गौड़ ने दिखाया टीम केजरीवाल को जनांदोलनों का आईना 23 सितम्बर को जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे अरविन्द केजरीवाल व उनकी टीम को उस समय गहरा झटका तब लगा जब इस प्रदर्शन के दौरान जंतर मंतर पर देश के जनांदोलनों पर गहरी पकड़ रखने वाले पुरोधा अरविन्द गौड़ ने दो टूक शब्दों में अण्णा की तरह ही किसी राजनैतिक दल में न जुडने से साफ तौर पर मना कर दिया। सुत्रों के अनुसार देश के अधिकांश जनांदोलनों में अपनी सक्रिय भागेदारी व अपने ज्वलंत नाटकों के प्रभावशाली मंचन से हजारों लोगों को जागृत कर आंदोलनों को मजबूती देने वाले अरविन्द गौड़ रामलीला मैदान में हुए अण्णा के ऐतिहासिक आंदोलन तक भ्रष्टाचार के खिलाफ इस आंदोलन कर रही टीम के प्रमुख नेतृत्वकारी सदस्य थे। परन्तु कुछ माह से वे टीम अण्णा में चल रही गतिविधियों को देख कर श्री गौड़ ने खुद को एक प्रकार से अलग कर लिया। देश के अग्रणी पत्रकार एसपी सिंह के सहयोगी पत्रकार रहे अरविन्द गौड़ यदाकदा कुछ समय के लिए आंदोलन के दौरान यहां पर आम आदमियों के साथ जंतर मंतर पर एक कोने से आंदोलन की दिशा व दशा देखने जरूर आते। 23 सितम्बर को भी जब वे अप...
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दिल्ली की शीला सरकार की शह पर दिल्ली मे बिजली की खुली लूटः केजरीवाल केजरीवाल द्वारा एफडीआई के विरोध में एक शब्द न बोलने पर लोग भोंचंक्के पैसे ही नहीं वोट भी पैड़ में नहीं उगते हैं प्रधानमंत्री जी प्रधानमंत्री देश को गुमराह कर रहे हैं बिजली बिलों में खुली लूट के विरोध में बिजली के बिल न जमा करें दिल्लीवासी दिल्ली में बिजली कम्पनियों द्वारा सरकार की सह पर खुली लूट पर भाजपा भी मूक कुछ माह बाद ही अण्णा फिर हमारे साथ होेगे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ अण्णा हजारे की अगुवाई में कुछ माह पहले देशव्यापी आंदोलन कर रहे अरविन्द केजरीवाल ने राजनैतिक विकल्प देने के ऐलान के बाद अण्णा हजारे द्वारा उनसे जुदा होने के बाद अपने पहले प्रदर्शन में जंतर मंतर पर 23 सितम्बर को अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनरतले आयोजित इस प्रदर्शन में दिल्ली में बिजली की हो रही खुली लूट के लिए बिजली कंपनियों के साथ दिल्ली प्रदेश की मुख्यमंत्री को सीधे रूप से जिम्मेदार ठहराया। इसके साथ भाजपा को भी इस पर शर्मनाक मौन रखने के लिए कटघरे पर खडा किया। वहीं इस प्रदर्शन में अरविन...
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ऊखीमठ त्रासदी के लिए प्रशासन जिम्मेदार -ऊखीमठ क्षेत्र के मंगोली गांव के ऊपर के पहाड़ पर हो रहे विनाशकारी साबित हुए भूस्खलन का वैज्ञानिक सर्वेक्षण कराने व इसका ट्रीटमेंट कराने की जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री से 2002 से मंगोली गांव के मूल निवासी ख्यातिप्राप्त भू वैज्ञानिक बलबीर सिंह धर्मवान की निरंतर पुरजोर मांग को प्रशासन द्वारा घोर उपेक्षा करने के कारण 13 सितम्बर को हुई इस त्रासदी के लिए प्रशासन को ही एकमात्र जिम्मेदार मानते है। अगर शासन प्रशासन ने ऊखीमठ क्षेत्र में विनासकारी साबित हुए मंगोली गांव के ऊपर पर्वत श्रृखला के भूस्खलंन का भूसर्वेक्षण व ट्रीटमेंट कराने की 2002 से जिला अधिकारी, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री से भू गर्भ वैज्ञानिक बलबीर धर्मवान की लगातार लगायी जा रही गुहार को समय पर सुना होता तो आज 13 सितम्बर की रात आयी इस क्षेत्र में विनासकारी तबाही से हुए 60 से अधिक लोगों की मौत, 70 से अधिक तबाह हुए मकानों, अरबों रूपये मूल्य की खेत खलिहानों आदि की तबाही से बचा जा सकता था। ऊखीमठ में इसी माह बादल फटने के बाद हुए भूस्खलन से जो व...
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साल में 6 गैस सिलेण्डर देने के मनमोहनी सरकार फरमान से तुगलक भी होते शर्मसार देश व दल की बागडोर मनमोहन सिंह जैसे गैर राजनैतिक व्यक्तियों के हाथों में सोंपने का दण्ड भोगने के लिए अभिशापित है देश प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस का आला नेतृत्व सोनिया-राहुल व उसके करीबी मंत्री-संतरी बने दरवारी देश की जनता से कितने कटे हुए है इसका खुलाशा खुद मनमोहन सरकार द्वारा रसोई गैस पर सब्सिडी खत्म करने के नाम से देश की आम जनता के हितों को रौंदने वाला साल में 6 गैस सिलेण्डर सब्सिडी युक्त देने का आत्मघाती तुगलकी ऐलान है। मनमोहन सिंह सरकार की इस जनविरोधी कदम के खिलाफ न केवल देश की आम जनता,यूपीए समर्थक दल,सहित पूरा विपक्ष सडकों में आंदोलनरत है। मनमोहन सिंह व उनके अमेरिकी परस्त मंत्रियों व सलाहकारों को इतना भी भान नहीं है कि यह भारत है अमेरिका नहीं जहां आदमी अपने परिवार के साथ रहता है एकाकी नहीं। गौरतलब है कि अमेरिका सहित पश्चिमी देशों में अधिकांश लोग एकाकी जीवन जीते है। बच्चे ही नहीं अधिकांश लोग पति पत्नी तक साथ नहीं रह कर एकाकी जीवन जीते है। लगता है कि अमेरिकी मोह में सत्तांध हुए ...
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आखिर किस मुंह से अपने बेटे साकेत के लिए वोट मांग रहे हैं विजय बहुगुणा टिहरी की स्वाभिमानी जनता ने अपने स्वाभिमान को रौंदने वाले थैलीशाहों, सत्तांधो को यहां जमीन सुंघाई है ‘सितारगंज विधानसभा सीट पर हुए कुछ माह पहले उप चुनाव में खुद को उत्त राखण्डी नहीं बंगाली मूल का बताने वाले, (उत्तराखण्ड के जनादेश का अपमान करके निहित स्वार्थ में अंधे हो कर उत्तराखण्ड में कांग्रेस आला नेतृत्व द्वारा अधिकांश विधायकों की इच्छा के प्रबल विरोध के बाबजूद ) थोपे गये मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, जिन्होंने खुद विधानसभा चुनावों में टिकट वितरण के समय प्रदेश में कांग्रेस में परिवारवाद का घोर विरोध किया था, अब अपने बेटे साकेत के लिए किस मुंह से टिहरी संसदीय उप चुनाव में इस क्षेत्र की उत्तराखण्डी जनता से वोट मांगेगे? उत्तराखण्ड के स्वाभिमान को मुजफरनगर काण्ड-94 सहित राज्य गठन जनांदोलन में कदम कदम पर रौदने के गुनाहगार मुलायम सिंह व उनके उत्तराखण्डी प्यादों को अपने गले लगा कर उत्तराखण्डियों के जख्मों को कुरेदने वाले विजय बहुगुणा या उनके बेटे साकेत बहुगुणा को कोई भी स्वाभिमानी उत्तराखण्डी क्यों वोट देगा। हाॅं जो लो...
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-मुख्यमंत्री के दिल्ली मोह से प्रेरणा लेकर शायद पर्वतीय क्षेत्र में कार्यरत चिकित्सकों को भी शहरों में आवास देगी सरकार -थोक के भाव में चिकित्सकों के स्थानांतरण करने के बाद प्रदेश सरकार का एक और तुगलकी फेसला लगता है प्रदेश की कांग्रेसी सरकार ने यह प्रेरणा प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रदेश से अधिक दिल्ली में रहने से ले कर इस योजना का ऐलान किया कि पर्वतीय क्षेत्र में तैनात होने वाले चिकित्सकों के लिए सरकार देहरादून, कोटद्वार रामनगर हल्द्वानी, हरिद्वार व रुद्रपुर के शहरी क्षेत्रों में आवास बनाकर देने की योजना है। इससे जो थोड़ा बहुत चिकित्सक भी पर्वतीय क्षेत्र में रहते थे वे शहरी आवास के मोह में महिने में अधिकांश समय अपनी तैनातगी के स्थान के बजाय अपने शहरी आवास में ही मिलेगे। इसका ऐलान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्रसिंह नेगी ने हल्द्वानी में 16 सितम्बर को प्रदेश की वित्तमंत्री इंदिरा हृदेश के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मलन में किया। वह इन नीति निर्धारकों को इस बात को समझ लेना चाहिए कि चिकित्सकों को आवास उनके नियुक्त चिकित्सा लय के समीप ही दिया जाना चाहिए न की सेकडों कि...
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पूरे साल विदेशी भाषा में राजकाज चला कर एक दिन हिन्दी दिवस मनाना लोकशाही का अपमान संसद की चैखट जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन व शोक दिवस के रूप में मनाया हिन्दी दिवस व किया सामुहिक मुण्डन नई दिल्ली(प्याउ)। ‘आजादी के बाद भी देश की राजभाषा में काम काज करने के बजाय उन्हीं फिरंगियों की भाषा अंग्रेजी से देश में राजकाज चलाना जहां देश की आजादी पर कलंक है वहीं देश के आजादी के अमर सैनानियों के साथ देश की लोकशाही का भी घोर अपमान है। यह दो टूक विचार भारत की आजादी को अंग्रेजी की दासता से मुक्त करने के लिए संसद की दर्शक दीर्घा से देश के हुक्मरानों को धिक्कारने वाले भारतीय मुक्ति सेना के प्रमुख देवसिंह रावत ने हिन्दी दिवस के उपलक्ष में संसद की चैखट जंतर मंतर पर राष्ट्रीय निर्माण पार्टी द्वारा आयोजित एक दिवसीय धरने पर अपने संबोधन में कहे। यह शर्मनाक कलंक देश पर आजादी के 65 साल बाद भी लगाये रखने वाले देश के सभी हुक्मरानों व दलों को धिक्कारते हुए श्री रावत ने देश की जनता से आवाहन किया कि देश के स्वाभिमान व लोकशाही की रक्षा करने के लिए तुरंत फिरंगी भाषा से मुक्ति के लिए ...
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क्यों एक दिन हिन्दी दिवस मनाते रूस, चीन, जर्मन जापान सव अपनी भाषा में राजकाज चलाते फिर मेरे भारत में क्यों अंग्रेजी स्वतंत्र होने पर भी राज चलाये देशद्रोह, कलंक भारत के माथे पर देशी छोड़ विदेशी में राज चलाना। सारा राज अंग्रेजी में चलाने वालो क्यों एक दिन हिन्दी दिवस मनाते। शहीदों की शहादत का है अपमान देश के स्वाभिमान का है अपमान। चलता जहां विदेशी भाषा का राज आजाद नहीं वो गुलाम सेे बदतर हमे ंबलिदानों से मिली है आजादी क्यों फिर अंग्रेजी ही राज चलाती। देवसिंह रावत www.rawatdevsingh.blogspot.com
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रूद्रप्रयाग में 13 सितम्बर को बादल फटने से मची तबाही, 29की मौत 20 से अधिक लापता बागेश्वर में 12 के बाद 13 सितम्बर को भी बादल फटने से 5 की मौत बादल फटने की घटनाओं में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार हैं प्रदेश में बड़ी संख्या में बनाये गये बांध चमोली के श्रीगढ़ क्षेत्र में 13 सितम्बर को बादल फटने से मची तबाही उत्तराखण्ड में विते दिनों में बागेश्वर व रूद्रप्रयाग जनपदों में बादल फटने से प्रभावित क्षेत्रों में भारी तबाही मची है। लोग इस बात से परेशान है कि कुछ ही सालों में पर्वतीय क्षेत्र में बादल फटने की घटना में यकायक भारी बढोतरी क्यों हुई। मौसम वैज्ञानिक भले ही बादल फटने को पानी वाले बादलों की राह में कोई बाधा उत्पन्न होने को कारण मान रहे हैं परन्तु हिमालयी पर्यावरण के चिंतक इसके लिए यहां पर प्रकृति से खिलवाड करके बनाये गये बडी संख्या में बांधों को ही इस विनाश का मुख्य कारण मान रहे है। इस सप्ताह रूद्रप्रयाग में 13 सितम्बर की रात 12 बजे को ऊखीमठ विकासखण्ड के चुन्नी मंगोली, ब्राताणखोली, प्रेमनगर, किमाणा (जुआ) आदि गांवों में बादल फटने से भारी तबाही मच गयी। यहां पर 29 ...
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-अधिसूचना जारी होने से पहले टिहरी संसदीय उप चुनाव में कांग्रेस की हार निश्चित -साकेत को टिकट दे कर कांग्रेस आला कमान ने साबित कर दिया कि कांग्रेस में समर्पित व वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की कोई कीमत नहीं टिहरी लोकसभा उपचुनाव के लिए जैसे ह ी कांग्रेस द्वारा तमाम वरिष्ठ समर्पित जमीनी दावेदारों को दरकिनारे करके मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा राजनीति में नौशिखिये बेटे साकेत बहुगुणा को अपना प्रत्याशी बनाने की घोषणा की उससे प्रदेश में समर्पित वरिष्ठ नेता ही नहीं आम समर्पित कार्यकत्र्ता भी अपना अपमान समझ कर आहत है। हालांकि इनमें से अधिकांश स्वयं कांग्रेस का वफादर अनुशासित सिपाई मान कर अधिकांश मूक हैं परन्तु अंदर से स्वयं को अपमानित महसूस कर रहे है। इसका सीधा असर कांग्रेस को 10 अक्टूबर को होने वाले मतदान में सामने आयेगा। हालांकि टिहरी संसदीय सीट में ही नहीं पूरे प्रदेश में कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को दिये गये जनादेश के विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री के रूप में थोप कर अपमान किया तथा मुख्यमंत्री बनने के बाद विजय बहुगुणा अब तक के शासन से प्रदेश की जनता हर हाल में कांग्रेस ...
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अग्रणी समाजसेवी शिव प्रसाद पुरोहित के आकस्मिक निधन से लगा उत्तराखण्ड को गहरा आघात अग्रणी समाजसेवी व शंकराचार्य माधवाश्रम धर्मार्थ चिकित्सालय ट्रस्ट के महासचिव शिवप्रसाद पुरोहित का 12 सितम्बर 2012 की रात को दिल्ली के साकेत स्थित के मैक्स अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की सूचना से दिल्ली, उत्तराखण्ड, पंजाब, उप्र. गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू सहित देश विदेश में रहने वाले उनके मित्र व शंकराचार्य माधवाश्रम के अनुयायी स्तब्ध और शोकाकुल है। उनके निधन की सूचना प्यारा उत्तराखण्ड समाचार पत्र को उनके करीबी मित्र समाजसेवी व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेता हरपाल रावत ने दी। उनका अंतिम संस्कार 13 सितम्बर को हरिद्वार में गंगा के पावन घाट पर किया जायेगा। रूद्रप्रयाग जनपद के सणगू गांव के मूल निवासी स्व. शिव प्रसाद पुरोहित हर किसी के दुख दर्द में सम्मलित होने वाले विलक्षण स्वभाव के समाजसेवी थे। वर्तमान में वे संसद भवन के समीप तपेदिक उन्मूलन संस्थान में कार्यरत थे व वहीं पर दशकों से सपरिवार निवास कर रहे थे। वे शंकराचार्य माधवाश्रम जी महाराज के अनन्य भक्त थें। उनकी समाजसेवी ...
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खुदगर्ज, संकीर्ण व पदलोलुपु कांग्रेसी नेताओं ने देश के साथ साथ राहुल व कांग्रेस के भविष्य पर भी लगाया ग्रहण जनादेश का सम्मान कर देश को सही दिशा देने का काम करें राहुल देश को दिशाहीन व संवेदनहीन सत्तालोलुपुओं के हाथों रौंदवाना देश के हितों के साथ खिलवाड है त्याग नहीं अभी कांग्रेस पार्टी अमेरिका के प्रतिष्ठित समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट में मनमोहन सिंह को असफल प्रधानमंत्री बताये जाने की करारी चोट से उबर भी नहीं पायी थी कि लंदन से छपनेवाली प्रतिष्ठित पत्रिका इकोनॉमिस्ट ने कांग्रेस की आशाओं के सूर्य व भावी प्रधानमंत्री के सर्वमान्य दावेदार राहुल गांधी को भी असफल, दिगभ्रमित बता कर कांग्रेसियों की आशाओं पर एक प्रकार से बज्रपात सा कर दिया हैं। विदेशी समाचार पत्रों द्वारा एक के बाद कांग्रेसी आला नेताओं को निशाने पर रखने वाले लेखों से जहां कांग्रेसी तिलमिलाये हुए हैं वहीं यह देश की जनता द्वारा मनमोहन सिंह सरकार व कांग्रेसी नेताओं पर देश के हितों की घोर उपेक्षा के निरंतर लग रहे आरोपों को ही बल मिला। हालांकि विदेशी मीडिया द्वारा बेनकाब किये जा रहे कांग्रेसी नेताओं को यहां की म...
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उठो निराश न हो महान भारत तुम्हारी राह निहार रहा है ! मेरे साथियों, भारतीय संस्कृति में सदैव असत् को त्याग कर सत को आत्मसात करने की प्रेरणा दी है। कुछ साथी आज के पथभ्रष्ट युवाओं की तरफ देख कर निराश हैं अगर आप भारत के उडि़सा में 16 हजारे से अधिक गरीब आदिवासी बच्चों को पहली से स्नात्तकोत्तर का आवासीय सुविधा सहित शिक्षा देने वाले विश्व में भारत का नाम रोशन करने वाले उडि़सा के भुवनेश्वर में कलिंगा इंस्टीट्यूट के प्रमुख अच्युत सांमत व बिहार में गरीब प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आईआईटी आदि महत्वपूर्ण परीक्षा में उत्तीर्ण करने की कौचिंग देने वाले सुपर-30 के प्रणेता आनन्द, भारत में दुग्ध क्रांति(श्वेत क्रांति ) के जनक डा वर्गीज कुरियन, देश के पूर्व राष्ट्रपति डा अब्दुल कलाम, मेट्रो मेन इंजीनियर श्रीधरन, अण्णा हजारे व स्वामी रामदेव जैसे हजारों महापुरूषों की तरफ देखें तो आपको भ्रष्टाचार, अशिक्षा, कुशासन व हिंसा से त्रस्त भारत में आशा की नई उत्साहपूर्ण किरण से आपका मर्माहित हृदय अवश्य प्रसन्नता के हिलौरे लेगा। भगवान श्री कृष्ण व राम की यह जन्म व कर्म स्थली भारत अनादिकाल से पूरी सृष्टि को जी...