उत्तराखण्ड में भाजपा की सरकार के खिलाफ जनरल रावत व नरेन्द्र ंिसंह नेगी का खुला ऐलान

उत्तराखण्ड में भाजपा की सरकार के खिलाफ जनरल रावत व नरेन्द्र ंिसंह नेगी का खुला ऐलान /
भाजपा व कांग्रेस के उडे होश, भ्रष्टाचार के खिलाफ श्रीनगर और हल्द्वानी में होगा सम्मेलन/
जनरल के तेवर देख भाजपा आलाकमान भी सहमे/


देहरादून (प्याउ)।उत्तराखंड में आकंठ व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा नेता ले. जनरल तेजपाल सिंह रावत व प्रदेश के अग्रणी लोक गायक नरेन्द्रसिंह नेगी के उत्तराखंड रक्षा मोर्चा द्वारा घोषित सम्मेलन में हजारों पूर्व सैनिकों की उपस्थिति में प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ खुली जंग का ऐलान करने से सत्तासीन भाजपा व प्रदेश की सत्ता में काबिज होने की दिवास्वप्न देख रही कांग्रेस में भारी हडकंप मच गया है।सम्मेलन में प्रख्यात गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने जन. रावत के अभियान को समर्थन देने की घोषणा करते हुए ‘ उठा जागो उत्तराखण्डियों, धै लगोना बगत ऐगे-मान सम्मान बचोनों वक्त ऐग, व सपोडा सपोड़ा... कमीशन की मीट भात..... जैसे गीतों से सम्मेलन गूंज उठा। इस अवसर पर उन्होंने जनरल रावत के भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को अपना खुला समर्थन देने के लिए बनाया गया विशेष गीत ‘ द्वि दिनों की और च, अब खैरी मुटि बटिक..’ के माध्यम से नेगी ने कहा कि जनरल के भ्रष्टाचारी अभियान का खुला समर्थन करने का ऐलान किया। भारी वर्षा के बाबजूद इस सम्मेलन में उमडी भारी भीड़ ने जहां प्रदेश की जनता की मंशा को जगजाहिर कर दिया वहीं इस सम्मेलन की सफलता से जहां आयोजकों के होशले बुलंद हैं वंही ं प्रदेश की राजनीति में नये युग के सुत्रपात का संकेत भी देखने को मिल रहा है।
इस सम्मेलन की हुंकार से थर्राई भाजपा के आला नेतृत्व में भी हडकंप मच गया है। सुत्रों के अनुसार भाजपा के उत्तराखंड चुनाव प्रभारी राजनाथ सिंह ने ले. जन. टीपीएस रावत से दूरभाष पर बात कर उन्हें दिल्ली आकर मुलाकात करने का आग्रह किया। इस बात की पुष्टि करते हुए टीपीएस रावत ने राजनाथ से भी भ्रष्टाचार से त्रस्त प्रदेश की जनभावनाओं को रूबरू करने का मन बना लिया है। इस बार टीपीएस अपने जीवन की इस निर्णायक लड़ाई को मजबूती से लड़ कर प्रदेश में नया इतिहास बनाने के लिए मन बना चूके हैं।
उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों से ऐन पहले भाजपा नेता तथा पूर्व सांसद तथा सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल टीपीएस रावत द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल बजाये जाने से राज्य में स्थापित राजनेतिक दलों की धडकनें बढ़ा दी है।
रावत ने गत दिनों भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल बजाते हुये भारत के दंबंग सेना अधिकारी व राज्य गठन आंदोलन के सैन्य कमान संभालने वाले पूर्व ले. जनरल जगमोहन सिंह रावत, ले. जन. एचबी काला, ले. जन. एस कौशिक, मेजी जनरल शैलेन्द्र राज बहुगुणा, ब्रिगेडियर जे. रावत, सहित दर्जनों पूर्व सैन्य अधिकारियों तथा उत्तराखंड के अग्रणी आई ए एस अधिकारी रहे सुरेन्द्रसिंह ंपांगती के संरक्षक में बने इस मा ेर्चे में अनेक अग्रणी अधिका िरयों व समाजसे िवयों ने इस उत्तराखंड रक्षा मोर्चा का गठन किया था। 14 अगस्त रविवार को करीब हजार से अधिक पूर्व सैनिकों और सैन्य अधिकारियों की जो बैठक बुलायी गयी थी उसमें नरेन्द्रसिंह नेगी के उत्तराखण्डियों का भ्रष्टाचार के खिलाफ खुले ऐलान करने वाले युगान्तकारी गीतों से पूरा सम्मेलन गूंज गया। इस सम्मेलन में जनरल रावत तेजपाल के खासमखास सिपाहे सलार प्रदेश सरकार के दर्जाधारी राजेन्द्र भण्डारी, रधुवीर बिष्ट व ब्रिगेडियर पटवाल के मार्ग दर्शन में सम्पन्न हुए इस सम्मेलन का संचालन राज्य आंदोलन से जुडे पी सी थपलियाल ने किया । सम्मेलन में ंउत्तराखंड राज्य आंदोलन के प्रमुख आंदोलनकारी मोर्चा ‘ उत्तराखण्ड जनता संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष देवसिंह रावत , छात्र नेता डा एस पी सत्ती, कोशल्या ंब्रिगेड की प्रमुख, आंदोलनकारी नेत्री उषा नेगी, देहरादून गढ़वाल सभा ठाकुर सिंह असवाल , गोरखा समाज के नेता सूर्य प्रताप शाही, समाजसेवी व उद्यमी डा महावीर प्रसाद लखेड़ा, प्रदेश के विख्यात शिक्षक बलवंत सिंह नेगी व कांता प्रसाद सत्ती व प्रदेश प्रधान संघ के प्रमुख, प्रधान भगतसिंह नेगी, महिला नेत्री बि ष्ट, व पूर्व सैनिक संघ के जयवीरसिंह रावत सहित अनैक पूर्व प्रधान, ब्लाक प्रमुख व जनांदोलनों से जुडे लोग इस बैठक में सम्मलित थे।
उत्तराखंड रक्षा मोर्चे ने गत दिनों एक खुले पत्र में राज्य में पिछले दस सालों के दौरान राज्य की कथित बदहाल स्थिति के लिये दो प्रमुख राष्ट्रीय राजनैतिक दल भाजपा और कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराया था जिससे सत्तारूढ़ भाजपा के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गयी थीं।
सम्मेलन को अपने संबोधन में जनरल रावत ने सीधे आरोप लगाया कि सरकार जहां ठेके प्रदेश से बाहर की एजेंसियों दे रही है वही वे पहाड़ के लोगों को कमीशन ठेकेदार बनाकर काम करवा रहे हैं। अपने विरोधिों क ी सत्ता लोलुपता के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए जनरल रावत ने कहा कि उन्होंने जीवन में काफी कुछ पा लिया है, अब जीवन के आखिरी दौर में हैं। कांग्रेस में रहते मुख्यमंत्री व राज्यपाल बनाने का भी आासन मिला था, लेकिन बात सिद्धांतों की थी तो सब कुछ ठुकरा दिया। उन्होंने भाजपा में सम्मलित ही भ्रष्टाचार के िखलाफ अभियान के तहत हुए थे, जब उन्हें यंहां भी ऐसा ही भ्रष्टाचार देखने को मिला तो वे मूक नहीं ंरह सकते इसी लिए इस बार फिर से नये अभियान शुरू किया है। इस अभियान का अंजाम क्या होगा इसकी उन्हें तनिक सी भी चिंता नहीं है। उन्होनें ऐलान किया कि 27 अगस्त श्रीनगर व पहली सितंबर को हल्द्वानी में ऐसे ही सम्मेलनो का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन मेंबड़ी संख्या में विभिन्न रैंकों के पूर्व सैनिक सहित दर्जन ब्लाक प्रमुखों व ग्राम प्रधानों की मौजूदगी अलग ही रंग ला रही थी।

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