वरिश्ठ पत्रकार डा. गोविन्द सिंह ने किया पत्रकारिता को गौरवान्वित

वरिश्ठ पत्रकार डा. गोविन्द सिंह ने किया पत्रकारिता को गौरवान्वित



यह उत्तराखण्ड मुक्त विष्वविद्यालय का ही नहीं उत्तराखण्ड के साथ-साथ विष्व पत्रकारिता का भी सौभाग्य है कि उत्तराखण्ड गौरव से सम्मानित देष के अग्रणी व पत्रकारिता के आदर्ष मानदण्डों में धु्रव के समान सम्मानित वरिश्ठ पत्रकार डा. गोविन्द सिंह ंने उत्तराखण्ड मुक्त विष्वविद्यालय में पत्रकारिता एवं जनसंचार का विभागाध्ंयक्ष बन कर गौरवान्वित किया। देष के षीर्श ंसमाचार पत्रों-इलेक्ट्रोनिक चैनल नवभारत, ंदैनिक हिन्दुस्तान, आजतक, अमर उजाला सहित ंअमेरिका की प्रतिश्ठित पत्रिका आदि में अपनी प्रतिभा का परचम फहरा कर पत्रकारिंता के साथ साथ उत्तराखण्डं,ं भारत व विष्व पत्रकारिता को गौरवान्वित किया। भारतीय भाशाओं को अंग्रेजी की गुंलामी से मुक्ति के लिए ं‘भारतीय भाशा ंसंरक्षण संगठन ंद्वारा संघ लोकसेवा आयोग दिल्ली के द्वार पर एक दषक से अधिक समय तक चलाये गये ऐतिहासिक ंआंदोलन में तथा उत्त्ंाराखण्ड राज्य गठन जनांदोलन के दौरान 1994 से 2000 ंतक राज्य प्राप्ति तक संसद की चैखट पर उत्तराखण्ड जनता संघर्श मोर्चा के सिपाई के तौर पर मैे डा. गोविन्द सिंह ंसहित देष की पत्रकारिता को कंरीब से ंदेखने व संमझने का ंसाक्षी रहां हॅू। भारतीय पत्रकारिता को अपनी प्रतिभा से गौरवान्वित करने के कारण ही दिल्ली की मुख्यमंत्री षीला दीक्षित ने एक दषक पहले उनको दिल्ली के प्रतिंिश्ठंत ंसभागार ‘ंकमानी’ में उत्त्ंाराखण्ड गौरव से सम्मानित किया। उत्तराखण्ड राज्य गठन के लिए व्यापक जनजागरण करने के लिए 1993 से प्रकाषित ‘प्यारा उत्तराखण्ड ’समाचंार पत्र के प्रारम्भ उनके मार्गदर्षन में ही प्रारम्भ किया। जो आज उत्तराखण्ड के हर ंविकासखण्ड से लेकर देष के हर कोने में रहने वाले उत्तराखण्ड के समर्पित समाज का एक सूत्रधार भंी है। मैं ंआषा करता हॅू कि डा गोविन्द सिंह के मार्गदर्षन में उत्तराखण्ड मुक्त विष्वविद्यालय पत्रकारिता के क्षेत्र में आदर्ष कीर्तिमान स्थापित करेगा।

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