‘अब कथगा खैल्यो’ से किया भाजपा सरकार का भ्रष्टाचारी चेहरा बेनकाब
-नौछंमी नारेण से कांग्रेसी विकासपुरूष को बेनकाब करने के बाद महान गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने/
‘अब कथगा खैल्यो’ से किया भाजपा सरकार का भ्रष्टाचारी चेहरा बेनकाब
/
विगत विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से उत्तराखण्ड के अग्रणी गायक नरेन्द्रसिंह ंनेगी ंके कालजयी प्रस्तुति ‘ नौछमी नारैण’ की विडियो एलबम व गीत ने कांग्रेस के वरिश्ट नेता व उत्तराखण्ड के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के तथाकथित विकाष पुरूश के दषकों से पहने नकाब को बेनकाब करके उनका असली चेहरा जनता के सम्मुख रख कर कांग्रेस से सत्ताच्युत करने में ऐतिहासिक सफलता हासिल की थी। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेष में आसीन भाजपा के षासनकाल में मची भ्ंा्रश्टाचार की अंधीं लूट को बेनकाब करने वाला नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने एक ओर कालंजयी गीतमाला ‘अब कथगा ख्ंौल्यो’ को बना कर भाजपा का तथा कथित ंसुषासन व रामराज्य वाले नकाब को बेनकाब कर कर दिल्ली दरवार के आला भाजपा नेताओं में भी हडकंप मचा दिया । नेगी जी के गीत की ही गूंज से भाजपा आला कमान इतना आषंकित हो गया ंिक उन्होंने ंआनन फाननं में ंसौ चुहे खा कर बिल्ली चली हज को की तर्ज पर ं उत्तराखण्ड को भ्रश्टाचार के गर्त में धकेलने के लिए ंकुख्ंयात हुए ंमुख्यमंत्री के पद पर उन खंडूडी को ही आसीन करने का हास्यास्पद कार्य किया जिन्होंने ंनिषंक को प्रदेष ंके मुख्यमंत्री के पदं पर ंआसीन करने में ंसबसे घिनौना कार्य किया। अब अपने मुखोटे को विधानसभा चुनाव से पहले पूरीं तरह से बेनकाब होते देख कर भाजपा आला नेतृत्व ने आननफानन में ंमुख्यमंत्री बदल कर ंजनता की आंखों में धूल झोंकने का ंकार्य किया। परन्तु उत्तराखण्ड की जनता की तरह उत्तराखण्ड की संस्कृति के षीर्श ंगायक नरेन्द्रसिंह नेगी पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ा ओर उन्होंने भाजपा की कुटिल चाल को भांपते हुए
‘ अब कथ्या खेला’ गीतमाला का विडियो एलबम आगामी विधानसभा चुनाव से पहले निकालंने के लिए कमर कस ली है। महान गायक नरेन्द्रंसिंह नेगी ने कहा कि अपनी मातृभूमि की भ्रश्टाचार व कुषासन से रक्षा करने के अपने प्रथम दायित्व से वे किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हट सकते हैं। इस एलबम के बनने से पहले ही इसमें गाये गये ‘कमीशन की मीट-भात, रित को रैलो.. बस कर भंडि न सपोड़, अब कतिगा खैलो’ आदि गीतो की गूंज से भाजपा के मठाधीषों के उसी प्रकार कंपकपी ंमची हुई है जैसे गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी नेता तिवारी व उनके प्यादों ंमें ‘आज भी नौछमी नारैण’ के गीत क्या इस गीत का नाम सुनते ही मची रहती है। ंउत्तराखण्डी गीत संगीत ही नहीं ंसंस्कृति व राजनीति के अग्रणी ध्वज वाहक बने नरेन्द्र सिंह ंनेगी ने ंउत्तराखण्ड की हर पहलुओं को गहरायी को छूने वाले गीत आज कई दषकों से देष विदेष में रहने वाले करोड़ों उत्तराखण्डियों के ंसुख दुख के सच्चे साथी बने हुए ंहैं। नरेन्द्रसिंह नेगी ने बिना किसी लालच व संकीर्ण स्वार्थों से उपर उठ कर उत्तराखण्ड राज्य ंजांदोलन से लेकर यहंां की हर समस्या व पहलुओं पर अपने गीतों को स्वर दे कर ंजनता का ऐसा मार्ग दर्षन किया जिसको करने में यहां पर सत्ता पर काबिज भाजपा व कांग्रेस ंसहित तमाम राजनैतिक एवं बुद्विजीवी, समाजसेवी आदि करने में भी नितांत असफल रहे। भले ही खंडूडी को चुनाव के चंद माह पहले प्रदेष का मुख्यमंत्री बना कर भाजपा उनर्को इंमानदार व साफ छवि का कुषंल प्रषासक बताने का ंढपोर षंख्ंा बजा रही है परन्तु उत्तराखण्ड की जनता को अब खंडूडी के नाम पर बेवकूफ ंनही ं बनाया जा सकता है। क्योंकि उत्तराखण्ड की जनता ने मुंख्यमंत्री पद पर आसीन रहते हुए जो भ्रश्टाचार, अलोकषाही व कुषासन की निर्मम ंसा ंरगी बजायी थी उसी ंसे व्यथित हो कर उत्तराखण्डियों ने पूरे प्रदेष से लोकसभा चुनाव में ंभाजपा का पूरी तरह से सफाया करके एक प्रकार से खण्डूडी के कुषासन के खिलाफ अपना गुस्सा प्रंदर्षित किया था, इसी को भांप कर भाजपा नेे खंडूडी को प्रदेष की सत्त्ंाा से बेदखल किया परन्तु ंख्ंांडूडी ने उत्तराखण्डियों को संबक सिखाने के लिए कभी अपने सबंसे नापसंद नेता निषंक को प्रदेष ंका मुख्यंमंत्री बना कर उत्तराखण्ड की जनता के भविंश्य के साथ खिलवाड़ करने का अक्षम्य अपराध किया। षायद इसी रूप ंको देख कर नरेन्द्रसिंह ंनेगी जेसे अग्रणी गायक का मोह अब खंडूडी से पूरी तरह से भंग हो चूका है। इसी लिए वे आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राम राज्य ंव ंसुषासन का ढपोर षंख बजा कर जनता के विष्वास को हरने वाली भाजपा का असली भ्रश्टाचारी चेहरा भी सामने लाने ंके लिए कृतसंकल्प है। हालांकि इस केसेट में मनमोहन सरकार के कुषासन व भ्रश्टाचार पर भी कडे प्रहार किये गये परन्तु जिस प्रकार से भ्रश्टाचार का तांडवं ंभाजपा की प्रदेष सरकार में उत्तराखण्ड में मचाई उसने उत्तराखण्ड ंके लोगों के जन जीवन को ंपूरी तरह से ंप्रभावित कर दिया है। ऐसे में आगामी विधानसभां चुनाव में प्रदेष की जनता हर हाल में विष्वासघातियों व भ्रश्टाचारियों को संरक्षण देने वाली भाजपा को ंप्रदेष से सफाया करना चाहती है। वहीं ंआगामी लोकसभां चुनाव में कांग्रेस को भी सबक सिखाने के लिए प्रदेष की जनता अभी से मन बना चूकी है। भले ही नरेन्द्र नेगी अब इस केसट का नाम थोडा सा बदल दें परन्तु लोगों के जहन में एक बात साफ अमिट हो गयी कि अब कितना ंलूटोगे नेताओं उत्तराखण्ड को। उत्तराखण्ड की इस महान सेवा करने के लिए महान गायक नरेन्द्रंसिंह नेगी को षतः ष्ंातः प्रणाम।
षेश श्रीकृश्ण कृपा। हरि ओम तत्सत्। श्रीकृश्णाय् नमो।
‘अब कथगा खैल्यो’ से किया भाजपा सरकार का भ्रष्टाचारी चेहरा बेनकाब
/
विगत विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से उत्तराखण्ड के अग्रणी गायक नरेन्द्रसिंह ंनेगी ंके कालजयी प्रस्तुति ‘ नौछमी नारैण’ की विडियो एलबम व गीत ने कांग्रेस के वरिश्ट नेता व उत्तराखण्ड के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के तथाकथित विकाष पुरूश के दषकों से पहने नकाब को बेनकाब करके उनका असली चेहरा जनता के सम्मुख रख कर कांग्रेस से सत्ताच्युत करने में ऐतिहासिक सफलता हासिल की थी। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेष में आसीन भाजपा के षासनकाल में मची भ्ंा्रश्टाचार की अंधीं लूट को बेनकाब करने वाला नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने एक ओर कालंजयी गीतमाला ‘अब कथगा ख्ंौल्यो’ को बना कर भाजपा का तथा कथित ंसुषासन व रामराज्य वाले नकाब को बेनकाब कर कर दिल्ली दरवार के आला भाजपा नेताओं में भी हडकंप मचा दिया । नेगी जी के गीत की ही गूंज से भाजपा आला कमान इतना आषंकित हो गया ंिक उन्होंने ंआनन फाननं में ंसौ चुहे खा कर बिल्ली चली हज को की तर्ज पर ं उत्तराखण्ड को भ्रश्टाचार के गर्त में धकेलने के लिए ंकुख्ंयात हुए ंमुख्यमंत्री के पद पर उन खंडूडी को ही आसीन करने का हास्यास्पद कार्य किया जिन्होंने ंनिषंक को प्रदेष ंके मुख्यमंत्री के पदं पर ंआसीन करने में ंसबसे घिनौना कार्य किया। अब अपने मुखोटे को विधानसभा चुनाव से पहले पूरीं तरह से बेनकाब होते देख कर भाजपा आला नेतृत्व ने आननफानन में ंमुख्यमंत्री बदल कर ंजनता की आंखों में धूल झोंकने का ंकार्य किया। परन्तु उत्तराखण्ड की जनता की तरह उत्तराखण्ड की संस्कृति के षीर्श ंगायक नरेन्द्रसिंह नेगी पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ा ओर उन्होंने भाजपा की कुटिल चाल को भांपते हुए
‘ अब कथ्या खेला’ गीतमाला का विडियो एलबम आगामी विधानसभा चुनाव से पहले निकालंने के लिए कमर कस ली है। महान गायक नरेन्द्रंसिंह नेगी ने कहा कि अपनी मातृभूमि की भ्रश्टाचार व कुषासन से रक्षा करने के अपने प्रथम दायित्व से वे किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हट सकते हैं। इस एलबम के बनने से पहले ही इसमें गाये गये ‘कमीशन की मीट-भात, रित को रैलो.. बस कर भंडि न सपोड़, अब कतिगा खैलो’ आदि गीतो की गूंज से भाजपा के मठाधीषों के उसी प्रकार कंपकपी ंमची हुई है जैसे गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी नेता तिवारी व उनके प्यादों ंमें ‘आज भी नौछमी नारैण’ के गीत क्या इस गीत का नाम सुनते ही मची रहती है। ंउत्तराखण्डी गीत संगीत ही नहीं ंसंस्कृति व राजनीति के अग्रणी ध्वज वाहक बने नरेन्द्र सिंह ंनेगी ने ंउत्तराखण्ड की हर पहलुओं को गहरायी को छूने वाले गीत आज कई दषकों से देष विदेष में रहने वाले करोड़ों उत्तराखण्डियों के ंसुख दुख के सच्चे साथी बने हुए ंहैं। नरेन्द्रसिंह नेगी ने बिना किसी लालच व संकीर्ण स्वार्थों से उपर उठ कर उत्तराखण्ड राज्य ंजांदोलन से लेकर यहंां की हर समस्या व पहलुओं पर अपने गीतों को स्वर दे कर ंजनता का ऐसा मार्ग दर्षन किया जिसको करने में यहां पर सत्ता पर काबिज भाजपा व कांग्रेस ंसहित तमाम राजनैतिक एवं बुद्विजीवी, समाजसेवी आदि करने में भी नितांत असफल रहे। भले ही खंडूडी को चुनाव के चंद माह पहले प्रदेष का मुख्यमंत्री बना कर भाजपा उनर्को इंमानदार व साफ छवि का कुषंल प्रषासक बताने का ंढपोर षंख्ंा बजा रही है परन्तु उत्तराखण्ड की जनता को अब खंडूडी के नाम पर बेवकूफ ंनही ं बनाया जा सकता है। क्योंकि उत्तराखण्ड की जनता ने मुंख्यमंत्री पद पर आसीन रहते हुए जो भ्रश्टाचार, अलोकषाही व कुषासन की निर्मम ंसा ंरगी बजायी थी उसी ंसे व्यथित हो कर उत्तराखण्डियों ने पूरे प्रदेष से लोकसभा चुनाव में ंभाजपा का पूरी तरह से सफाया करके एक प्रकार से खण्डूडी के कुषासन के खिलाफ अपना गुस्सा प्रंदर्षित किया था, इसी को भांप कर भाजपा नेे खंडूडी को प्रदेष की सत्त्ंाा से बेदखल किया परन्तु ंख्ंांडूडी ने उत्तराखण्डियों को संबक सिखाने के लिए कभी अपने सबंसे नापसंद नेता निषंक को प्रदेष ंका मुख्यंमंत्री बना कर उत्तराखण्ड की जनता के भविंश्य के साथ खिलवाड़ करने का अक्षम्य अपराध किया। षायद इसी रूप ंको देख कर नरेन्द्रसिंह ंनेगी जेसे अग्रणी गायक का मोह अब खंडूडी से पूरी तरह से भंग हो चूका है। इसी लिए वे आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राम राज्य ंव ंसुषासन का ढपोर षंख बजा कर जनता के विष्वास को हरने वाली भाजपा का असली भ्रश्टाचारी चेहरा भी सामने लाने ंके लिए कृतसंकल्प है। हालांकि इस केसेट में मनमोहन सरकार के कुषासन व भ्रश्टाचार पर भी कडे प्रहार किये गये परन्तु जिस प्रकार से भ्रश्टाचार का तांडवं ंभाजपा की प्रदेष सरकार में उत्तराखण्ड में मचाई उसने उत्तराखण्ड ंके लोगों के जन जीवन को ंपूरी तरह से ंप्रभावित कर दिया है। ऐसे में आगामी विधानसभां चुनाव में प्रदेष की जनता हर हाल में विष्वासघातियों व भ्रश्टाचारियों को संरक्षण देने वाली भाजपा को ंप्रदेष से सफाया करना चाहती है। वहीं ंआगामी लोकसभां चुनाव में कांग्रेस को भी सबक सिखाने के लिए प्रदेष की जनता अभी से मन बना चूकी है। भले ही नरेन्द्र नेगी अब इस केसट का नाम थोडा सा बदल दें परन्तु लोगों के जहन में एक बात साफ अमिट हो गयी कि अब कितना ंलूटोगे नेताओं उत्तराखण्ड को। उत्तराखण्ड की इस महान सेवा करने के लिए महान गायक नरेन्द्रंसिंह नेगी को षतः ष्ंातः प्रणाम।
षेश श्रीकृश्ण कृपा। हरि ओम तत्सत्। श्रीकृश्णाय् नमो।
Comments
Post a Comment