रंगभेद के प्रतीक नाम अमेरिका के ‘ह्वाइट हाउस’  (White House) का नाम बदल कर राष्ट्रपति भवन किया जाय


 USA must be change name of WHITE HOUSE  to president  House to honour Democracy   

अमेरिका का राष्ट्रपति भवन ‘ह्वाइट हाउस’  (White House) के नाम से विश्व विख्यात है। अमेरिका विश्व में अपने आप को सबसे मजबूत व समृद्ध लोकतांत्रिक देश मानता है। परन्तु यह नाम ही अमेरिका की लोकशाही के स्वरूप पर एक प्रकार नस्लभेद का ग्रहण लगाता है। आज भले ही अमेरिका में मार्टिन लूथर किंग सहित तमाम लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए समर्पित रहे महापुरूषों के ऐतिहासिक संघर्ष के कारण काले लोगों को भी अमेरिका में  मतदान व देश के सभी महत्वपूर्ण पदों पर आसीन होने का अधिकार मिल चूका है। आज बराक ओबामा भी अमेरिका के राष्ट्रपति दूसरी बार बन गये है। बराक ओबामा अमेरिका के इतिहास में पहले अश्वेत हैं जो अमेरिका के सर्वोच्च पद यानी राष्ट्रपति के पद पर आसीन हुए। भले ही आज राष्ट्रपति भवन में है। परन्तु आज भी राष्ट्रपति का निवास का नाम अमेरिका के इसी रंगभेद के प्रतीक रहे यानी श्वेतों का हाउस के नाम से ‘ह्वाइट हाउस (White House) के नाम से जाना जाता है। अमेरिका को तत्काल  लोकशाही का सम्मान करते हुए इसे (White House) से बदल कर केवल राष्ट्रपति भवन करके इस रंगभेद के प्रतीक रहे नाम को तत्काल हटाना चाहिए। आशा है अमेरिका के प्रबुद्ध जनता रंगभेद के प्रतीक इस  (White House) नाम को बदल कर गुलामी के प्रतीकों को अपने माथे पर संजोये रखने वाले भारत सहित तमाम विश्व को लोकशाही को आत्मसात करने का संदेश देंगे।

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