फिर कभी किसी देश में मनमोहन व अटल जैसा प्रमुख न देना
तुम्हारे कुशासन की वर्षगांठ पर ओर क्या आशीष दें मनमोहन
तुम्हारे कुशासन से खून के आंसू बहाने वाली भारत ये जनता।।
नापाकी आतंक से जर-जर हो गयी है मेरे भारत की अखण्डता
भ्रष्टाचार व मंहगाई से त्राही त्राही कर रही है भारत की जनता।।
तुम और तुम्हारे मंत्री नीरो की तरह सत्तामद की बंशी बजा रहे
देखो आज बेरोजगारी में देश का युवा दर-दर भटक रहा है ।।
अबोध बालिकायें ही नहीं, वृद्धायें भी सुरक्षित नहीं तुम्हारे राज में
देश की सीमा ही नहीं, संसद भी सुरक्षित नहीं है तुम्हारे राज में।।
सोनिया -मनमोहन! अब तो इस देश पर तुम जरा रहम करो
अपनी अहं के लिए भारत को अमेरिका के लिए बर्बाद न करो ।।
मेरे श्रीकृष्ण अपने भारत पर अब इतनी कृपा तो तुम कर ही देना
फिर कभी किसी देश में मनमोहन व अटल जैसा प्रमुख न देना।।
-देवसिंह रावत
(22 मई 2013 प्रातः 8.23 बजे )
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