डेंगू से पूर्व पार्षद हरीश अवस्थी की धर्मपत्नी श्रीमती रमा अवस्थी का निधन

उत्तराखण्ड मूल के दिल्ली के पूर्व पार्षद हरीश अवस्थी की धर्मपत्नी श्रीमती रमा अवस्थी का डैंगू की बीमारी के चपेट में आकर युवा अवस्था में ही आकस्मिक निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार 17 नवम्बर को 12.30 बजे यमुना तट पर निगमबोध घाट पर किया गया। निगम बोध घाट में दिवंगत श्रीमती रमा अवस्थी को अंतिम विदाई देने के लिए उनके पति हरीश हवस्थी, उनके पुत्र, ससुर व परिजन के अलावा सेकडों की संख्या में हरीश अवस्थी के मित्र व शुभचिंतक सम्मलित थे। निगम बोध घाट में शोकसंतप्त पूर्व पार्षद हरीश अवस्थी ने बताया कि उनकी धर्मपत्नी खतरनाक डैंगू की चपेट में आ कर दो दिन में ही स्वर्गवास हो गयी। उनको निजी अस्पताल में भर्ती भी कराया गया परन्तु बहुत तेजी से इस बीमारी ने उनको संभलने का मौका भी नहीं दिया। श्री अवस्थी ने कहा कि उनके राजनैतिक व सामाजिक जीवन में गृहस्थ का पूरा आधार ही उनकी धर्मपत्नी रही। राजनैतिक व सामाजिक जीवन में जनहितों के लिए कई बार कई दिनों के लिए जेल यात्राओं व आंदोलन के तहत घर से बाहर रहते थे परन्तु उनकी धर्मपत्नी ने न केवल घर की जिम्मेदारी बखूबी से निभायी अपितु उनको भी मजबूती से समाजसेवा व राजनीति में उतरने की मजबूत आधार दिया। इस अवसर पर निगम बोध घाट पर अंतिम विदाई देने वालों में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद भगतसिंह कोश्यारी, दिल्ली विधानसभा में भाजपा के विधायक मोहन सिंह बिष्ट, प्रोग्रेसिव पार्टी के अध्यक्ष जगदीश मंमगांई, दिल्ली नगर निगम की मेयर, भाजपा नेता वीरेन्द्र जुयाल, उदय शर्मा, पूरणचंद नैनवाल, अनिल सती, भागवत नेगी, प्यारा उत्तराखण्ड के सम्पादक देवसिंह रावत, उत्तराखण्ड क्लब के अध्यक्ष देवेन्द्र खत्री,  इंजीनियर जगदीश भट्ट, समाजसेवी जगदीश भाकुनी व मोहन सिंह रावत, पत्रकार इन्द्रचंद रजवार व नीरज जोशी सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी व परिजन प्रमुख थे।  इस दुखद समाचार को  उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री भगतसिंह कोश्यारी के साहयक जगदीश भाकुनी ने दूरभाष पर दी। उसके बाद प्रोगेसिव पार्टी के द्वारा इस आशय की सूचना भी मिली। पत्नी शोक से संतत्प पूर्व पार्षद हरीश अवस्थी दिल्ली में उत्तराखण्ड समाज के अग्रणी समर्पित समाजसेवियों व राजनेताओं में प्रमुख हैं। 

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