जय श्री कृष्ण। 
विश्व लोकशाही में भारतीयता का परमच फेहराने के लिए बनाये गये उत्तराखण्ड राज्य के स्थापना दिवस 9 नवम्बर को राज्य गठन के सभी शहीदों
व समर्पित आंदोलनकारियों के ऐतिहासिक संघर्ष को शत् शत् नमन्।
आप सभी को उत्तराखण्ड राज्य गठन की 12 वीं वर्षगांठ पर
हार्दिक बधाई और शुभकामनाए।


आओ संकल्प लेंआओ उत्तराखण्ड को कल्याणकारी राज्य बनाने के लिए संकल्प लें

उत्तराखण्ड राज्य के नाम ‘उत्तराखण्ड ’को राज्य गठन के 6 सााल बाद संघर्ष व प्रबल दवाब से हासिल करने की तरह ही

-प्रदेश की स्थाई राजधानी गैरसेंण बनाने, ग्रीष्मकालीन नहीं पूर्ण कालीन राजधानी बने गैरसैण, प्रदेश के विकास व लोकशाही की रक्षा के लिए देहरादून की थोपशाही से लोकशाही को कलंकित होने से बचायें ।

--प्रदेश के भविष्य व वर्तमान पर ग्रहण लगाने वाले जनसंख्या पर आधारित विधानसभाई परिसीमन का रद्द करने। 

-राज्य गठन जनांदोलन को खटीमा, मसूरी, मुजफरनगर काण्ड, देहरादून व श्रीयंत आदि स्थानों पर रौंद कर प्रदेश के सम्मान को पुलिस प्रशासन के अमानवीय दमन व अत्याचार से शर्मसार करने वालों को कठोर दण्ड दिलाने के लिए प्रदेश सरकार को विवश करना। प्रदेश के शासन प्रशासन में घुसे मुजफरनगर काण्ड-94 के गुनाहगारों व उनके प्यादों को चिन्हित करके उनको दण्डित कराने तथा राजनैतिक दलों में घुसे मुजफरनगर काण्ड के खलनायक मुलायम के प्यादों जो आज भी आंदोलनकारियों के कातिल के रूप में जाने जाते हैं उनको हटाने के लिए राजनैतिक दलों को विवश करना। 

-प्रदेश में बांधों, तथा बाघों के विनाशकारी प्रवृति पर अंकुश लगाते हुए इस सीमान्त प्रदेश में हो रही घुसपेट पर अंकुश लगाना। 

-प्रदेश मे एनजीओ के बजाय ग्राम पंचायत, महिला मंगल दल, युवक मंगल दलों को पर्यावरण रक्षा, संरक्षण के कार्यो में लगा कर यहां की बैरोजगारी व पलायन पर अंकुश लगाना।

-ग्रामीण व प्रदेश में शिक्षा के मूलाधार को बचाने के लिए राजकीय सेवाओं में विद्यालयी शिक्षा सरकारी विद्यालयों से ग्रहण करने वालों को आरक्षित करके ही बचायी जा सकती है।

-सीमान्त जनपदों में स्वास्थ सेवायें उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय सीमान्त स्वास्थ्य मिशन को लागू कराने के लिए केन्द्र सरकार पर दवाब बनाना। 

-प्रदेश की लोकशाही व विकास पर जातिवाद व क्षेत्रवाद एवं भ्रष्टाचार का ग्रहण लगाने वाले दिल्ली दरवार के कांग्रेस व भाजपा के मठाधीशों के षडयंत्र का मुंहतोड़ जवाब देते हुए यहां विकासोनुमुख व जनसमर्पित नेतृत्व से कल्याणकारी राज की स्थापना करना।

-प्रदेश के जल, जंगल व जमीन की रक्षा के लिए हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर रक्षा करना और हिमाचल की ही तर्ज पर फलोद्योग व कुटीर उद्योग को संरक्षण देना। जैविक खाद्यान्नों का विश्व स्तर का उत्पादन केन्द्र बना कर यहां के किसानों व व्यवस्था को मजबूत बनाना।

पर्यटन को व्यापक उद्योग में तब्दील करना तथा देवभूमि में सात्त्विक धार्मिक व साहसिक पर्यटन में विश्व का प्रमुख केन्द्र बनाना। 

-भारतीय चिकित्सा पद्धति को बढावा देते जड़ी बूटियों को भारी स्तर पर उत्पादन से लोगों को आत्म निर्भर बनाना। 

-राज्य गठन के बाद प्रदेश में राजनैतिक दलों के आकाओं के परिजनों, प्यादों व अन्य लोगों को एनजीओ आदि के नाम पर लुटवाये गये प्रदेश की जमीनों के पट्टे को तत्काल रद्द करने।

-भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए भ्रष्ट्र अधिकारी व जनप्रतिनिधि की सम्पति जब्त हो तथा हर साल सम्पति की घोषणा हो। 

-प्रदेश में शराब, गुटका, तम्बाकू व कत्लगाहों पर पूर्ण प्रतिबंध लगना।




देवसिंह रावत
अध्यक्ष 
उत्तराखण्ड जनता संघर्ष मोर्चा 
(अगस्त 1994 से 16 अगस्त 2000 तक संसद की चैखट, राष्ट्रीय धरना स्थल जंतर मंतर पर राज्य गठन के लिए ऐतिहासिक सफल धरना, प्रदर्शन व रैलियां करने वाला तथा भारत में राज्य गठन के इतिहास में सबसे लम्बा जीवंत व सफल धरना देने का कीर्तिमान स्थापित करने वाला संगठन। राज्य गठन के बाद इन 12 सालों तक निरंतर जनांकांक्षाओं के अनुरूप प्रदेश में शासन स्थापित के लिए अब तक सत्त संघर्ष करने के लिए समर्पित संगठन)
— with Rajpal Bisht and 44 others.

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