एकादशी की बग्वाल की हार्दिक शुभकामनाएॅ

आप सभी को 24 नवम्बर को इकास बग्वाल की हार्दिक शुूभकामनाएॅ।  दीपावली के 11 दिन बाद एकादशी की तिथी के अवसर पर  आयोजित इस बग्वाल को इकास यानी इकादशी बग्वाल के नाम से पूरे उत्तराखण्ड में दिवाली की तरह ही बहुत ही हर्षोल्लाश के साथ मनाते है। उत्तराखण्ड में तीन बग्वाल यानी दिवाली मनाने की प्रथा है। पहली बग्वाल यानी दिवाली पूरे उत्तराखण्ड में दीपावली के एक दिन पहले मनायी जाती है। उसे जेठी बग्वाल के नाम से जाना जाता है। दूसरी बग्वाल जिसे पूरे देश में दीपावली के नाम से मनाया जाता है और तीसरी बग्वाल दीपावली के 11 दिन बाद मनायी जाती है इसे छोटी या इकास बग्वाल के नाम से जाना जाता है। इस दिन भी बग्वाल की तरह दाल के पकोड़े आदि व्यंजनों व घर आंगन को फूलों से सजाने के साथ साथ गौ ग्रास पूजन किया जाता है। तीनों बग्वाल के अवसर पर नव विवाहित बहुयें अपने मायके भी विशेष रूप से जाती है। 

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