राज्यों में सबसे मनोहारी होगी उत्तराखण्ड की राजधानी ‘गैरसैंण-भराड़ीसेण ’
‘गैरसैंण-भराड़ीसेण ’जनता संघर्ष मोर्चा ने किया भराड़ीसैण का अवलोकन किया
देहरादून में नया विधानसभा भवन बनाने की धृष्ठता न हो
‘गैरसैंण के भराड़ीसैंण में बनने वाली उत्तराखण्ड की राजधानी भारत के सभी राज्यों में सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर मनोहारी होगी। प्रदेश सरकार को प्रदेश व देश के दूरगामी हितों की रक्षा के लिए देहरादून का अंधमोह छोड़ कर अविलम्ब जनभावनाओं के अनुरूप प्रदेश की राजधानी गैरसैंण घोषित कर देनी चाहिए।’ प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित तमाम राजनैतिक दलों से यह दो टूक खुली मांग उत्तराखण्ड राज्य गठन के अग्रणी संगठन ‘ उत्तराखण्ड जनता संघर्ष मोर्चा’ ने गैरसैंण में मकर संक्रांति के दिन विधानसभा भवन शिलान्यास समारोह में भाग लेने के बाद की।
गैरसैंण-उत्तराखण्ड की विधानसभा भवन के शिलान्यास समारोह की पूर्व संध्या, (13 जनवरी 2013) को विधानसभा भवन के लिए चयनित स्थल का अवलोकन करने उत्तराखण्ड राज्य गठन जनांदोलन के अग्रणी संगठन ‘उत्तराखण्ड जनता संघर्ष मोर्चा’ का 4 सदस्यीय प्रतिनिधी मण्डल, गैरसैंण के भराड़ीसैंण क्षेत्र का भ्रमण किया।
उत्तराखण्ड राज्य गठन के लिए ‘संसद की चैखट, राष्ट्रीय धरना स्थल पर 6 साल तक निरंतर ऐतिहासिक सफल धरना प्रदर्शन करने वाले राज्य गठन के प्रमुख संगठन ‘उत्तराखण्ड जनता संघर्ष मोर्चा’ के अध्यक्ष देवसिंह रावत ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उनके अलावा इस 4 सदस्यीय प्रतिनिधी मण्डल में मोर्चा संयोजक व उत्तराखण्ड के अ.महाधिवक्ता अवतार सिंह रावत , उपाध्यक्ष विनोद नेगी व आई एस रावत सम्मलित थे।
गौरतलब है कि उत्तराखण्ड जनता संघर्ष मोर्चा ने विधानसभा भवन के शिलान्यास समारोह में सम्मलित होने के लिए राज्य गठन के ऐतिहासिक संघर्ष स्थली रही संसद भवन की चैखट ‘राष्ट्रीय धरना स्थल जंतर मंतर दिल्ली से गैरसैंण की तरफ 12 जनवरी को शहीदों के सपने को साकार करने के अपने 18 साल के संकल्प की लौ को दिलों में संजो कर उत्तराखण्ड के मान सम्मान व विकास के प्रतीक एवं बाबा मोहन उत्तराखण्ड की शहादत भूमि गैरसैंण के लिए कूच किया था। 12 रामनगर रात्रि विश्राम के बाद मोर्चा का प्रतिनिधी मण्डल 13 को दोपहर को गैरसैंण में पंहुचे। गैरसैंण पंहुच कर मोर्चा के प्रतिनिधीमण्डल से मोर्चा के प्रखर आंदोलनकारी अशोकलाल शाह के अलावा गैरसेंण आंदोलन के प्रखर हस्ताक्षर व पत्रकार पुरूषोत्तम असनोड़ा सहित अनैक साथी भी मिले। इसके बाद सीधे विधानसभा भवन बनाने के लिए चयनित स्थान भराड़ीसैंण की तरफ कूच किया।
मोर्चा ने 14 जनवरी के विधानसभा भवन शिलान्यास समारोह में सम्मलित होने के बाद दो टूक शब्दों में कहा कि भले ही प्रदेश की सरकारें आज 12 साल बाद भी उत्तराखण्ड की जनांकांक्षाओं, शहीदों व आंदोलनकारियों की भावनाओं एवं विकास व लोकशाही के प्रतीक बन चूके गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी घोषित करने में विफल रहे हो परन्तु अब वर्तमान बहुगुणा सरकार ने भले ही आधे अधूरे मन से बिना राजधानी घोषित किये हुए भी यहां पर विधानसभा भवन निर्माण करने का जो साहसिक व ऐतिहासिक कदम उठाया वह प्रदेश की राजधानी गैरसैंण में ही बनाने की दिशा में नीव का पत्थर साबित होगी। मोर्चा ने इस कार्य के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, सांसद सतपाल महाराज, विधानसभा अध्यक्ष गोविन्दसिंह कुंजवाल को विशेष रूप से बधाई दी। वहीं प्रदेश की राजधानी गैरसेंण में ही बनाने की पुरजोर मांग करने वाले सांसद प्रदीप टम्टा को भी हार्दिक बधाई दी। इसके साथ इस समारोह में गैरसेंण को स्थाई राजधानी बनाने की खुली मांग करने वाले विधानसभा के उपाध्यक्ष अनुसुया प्रसाद मैखूरी, विधायक राजेन्द्र भण्डारी व प्रो. जीतराम को हार्दिक बधाई दी। इसके साथ गैरसेंण को राजधानी बनाने के लिए पूरा समर्थन देने के लिए नैनीताल के पूर्व सांसद महेन्द्र पाल को भी हार्दिक बधाई दी। इसके साथ इस विधानसभा भवन के शिलान्यास को समर्थन देने के लिए प्रदेश भाजपा को हार्दिक बधाइ्र्र दी। मोर्चा के प्रतिनिधीमण्डल को विधानसभा भवन के शिलान्यास समारोह में जहां मोर्चा मे पूर्व अध्यक्ष व प्रदेश के मंत्री डा. हरक सिंह रावत, मोर्चा के प्रमुख आंदोलनकारी राजेन्द्र शाह व राजपाल बिष्ट के अलावा प्रदेश के मंत्री प्रीतम सिंह, प्रीतम सिंह पंवार, मंत्री सुरेन्द्रसिंह नेगी व प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष यशपाल आर्य, भाजपा नेता -नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, विधायक जीतराम व विधायक शैलारानी रावत आदि भी मिले।
मोर्चा ने उत्तराखण्ड क्रांति दल, उत्तराखण्ड रक्षा मोर्चा व उत्तराखण्ड परिवत्र्रन पार्टी सहित उत्तराखण्ड राज्य गठन के सभी आंदोलनकारी संगठनों व समाजसेवियों एवं बुद्धिजीवियों को प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा प्रदेश की विधानसभा भवन गैरसैंण के भराड़ी सैंण में बनाने के ऐतिहासिक घोषणा को आधार बना कर प्रदेश की राजधानी गैरसैंण में बनाने के आंदोलन को तेज करने का आवाहन किया। मोर्चा ने प्रदेश की सत्ता में आसीन कांग्रेस, विपक्षी दल भाजपा, बसपा सहित तमाम दलों से आवाहन किया कि वे जनभावनाओं व राज्य गठन की मूल भावनाओं का सम्मान करते हुए प्रदेश की राजधानी गैरसेंण में घोषित करके अपने दायित्व का निर्वहन करें। इस अवसर पर मोर्चा ने गैरसेंण में विधानसभा भवन निर्माण करने के ऐतिहासिक कदम उठाने का साहस करने वाले विजय बहुगुणा सरकार को बधाई देते हुए आगाह भी किया कि वे चंद अवसरवादी व उत्तराखण्ड द्रोहियों के देहरादून में ही राजधानी बनाये रखने के षडयंत्र को विफल करते हुए देहरादून में नये विधानसभा भवन निर्माण का कार्य किसी भी सूरत में न करें। देहरादून में नये विधानसभा भवन बनाना न केवल प्रदेश की जनांकांक्षाओं को रौंदने वाला कदम हे अपितु यह प्रदेश के विकास के संसाधनों का भी खुला दुरप्रयोग है। प्रदेश की स्वाभिमानी जनता किसी भी सूरत में अब राजधानी चयन आयोग गठित करके प्रदेश की राजधानी देहरादून में ही थोपने वाले षडयंत्रकारियों की तरह देहरादून में नयी विधानसभा भवन बना कर प्रदेश की राजधानी गैरसेंण बनाने के मार्ग में अवरोध खडे करने वालों को कभी माफ नहीं करेगी। मोर्चा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा सहित तमाम राजनेताओं से दो टूक शब्दों में कहा कि प्रदेश की जनता हर हाल में प्रदेश की राजधानी गैरसेंण में ही बनाना चाहती है और लोकतंत्र में जनादेश का सम्मान करना जनप्रतिनिधियों का प्रथम कत्र्तव्य होता है। मोर्चा के अध्यक्ष देवसिंह रावत ने कहा कि जो भी जनभावनाओं के अनुरूप गैरसैंण में राजधानी बनाने के मार्ग में अवरोध खडे करेंगे उसको भगवान श्रीबदरी-केदार कभी माफ नहीं करेंगे। मोर्चा ने प्रदेश की नौकरशाही से भी निवेदन किया है कि वे लोकशाही के अनुरूप कार्य करें व गैरसैंण की राह में रोड़े अटकाने की धृष्ठता न करें।
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