जनकल्याणकारी वैज्ञानिक रामप्रसाद से प्रेरणा लें हुक्मरान व युवा
विज्ञान को जन कल्याण के कार्यो में समर्पित करने वाले विश्व के चोटी के वेज्ञानिक राम प्रसाद जी के विचारों, चिंतन व कार्य को शतः शतः प्रणाम। दस साल से अधिक समय तक प्यारा उत्तराखण्ड समाचार पत्र में मैने उनकी असाधारण प्रतिभा को हर अंक में ‘फट्टे की सरकार’नाम से प्रकाशित किया। परन्तु अफसोस होता है कि न तो देश व न उत्तराखण्ड की सरकार व योजनाकारों को उनके जनहित की योजनाओं की तरफ ध्यान देने की सुध तक रही। राम प्रसाद जी के टर्नोड जैसे वैज्ञानिक टेक्नीकल नर्सरी का अनुसरण करके चीन विश्व की महान आर्थिक महाशक्ति बन चूका है। न हमारे समाज व नहीं हमारी सरकार किसी में देश व प्रदेश के हित में सोचने व समझने की कुब्बत है। हम अच्छे जनहित के कार्यो में लगे लोगों को न तो समझ पाते हैं व नहीं सम्मान ही कर पाते है। 82 साल की उम्र में भी वे आज भी युवाओं से अधिक समर्पित हो कर अपने मिशन के लिए समर्पित है। पौड़ी के नैनीडाण्डा क्षेत्र में ध्यानी परिवार में जन्में विश्व के महान वैज्ञानिक आज में इंटरनेट, फेसबुक व अन्य साधनों से विश्व में विज्ञान का जनहित के कार्यो में केसे सदप्रयोग हो। कैसे मानव संसाधनों का वैज्ञानिक ढ़ग से विकास के कार्य में सदप्रयोग किया जाय। वल्र्ड साइंटिफिक वर्कस ऐसोशिएसन के अध्यक्ष व दक्षिण एशिया साइन्टिसट एसोशिएसन के महासचिव रहे वैज्ञानिक रामप्रसाद जी डीआरडीओ सहित देश के कई नामी संस्थान में अग्रणी वैज्ञानिक रहे। सेवानिवृत होने के बाद वैज्ञानिक रामप्रसाद ने अपनी इस सोच को धरातल में उतारने के लिए अपने मयूर विहार दिल्ली स्थित टर्नोड संस्थान को संचालित करके जो अपने मिशन की लौ जला रखी है वो भले ही उत्तराखण्ड सहित देश के हुक्मरानों को न समझ आया हो परन्तु चीन ने अपने विकास की नींव ही वैज्ञानिक राम प्रसाद की टेक्नीकल नर्सरी को अमलीजामा पहना कर विकास की जो कूचालें भर रहा है। परन्तु भारतीय हुक्मरानों ने उनके सतत प्रयासों को नजरांदाज करके देश को जो अहित किया उसके लिए आने वाली पीडि़यां कभी उनको माफ नहीं करेगी। अपने जनहित वैज्ञानिक मिशन के लिए इस उम्र में भी दिन रात समर्पित वैज्ञानिक राम प्रसाद जी के सम्पर्ण व लगन को मैं शतः शतः नमन् करता हूॅ।
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