विधानसभा भवन की नीव रख्ना ही होगा गैरसेंण राजधानी बनने के मार्ग में मील का पत्थर


मुख्यमंत्री ने रखी गैरसैंण में विधानसभा भवन की नींव

दो साल में तैयार हो जायेगा विधानसभा भवन

प्रदेश की स्थाई राजधानी गैरसेंण बनाने के मार्ग में मील का पत्थर उस समय रखा गया जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन गैरसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास रखा। विधानसभा अध्यक्ष, सांसद सतपाल महाराज, सांसद प्रदीप टम्टा, नेता प्रतिपक्ष,प्रदेश के तमाम मंत्रीमण्डल के अधिकांश वरिष्ठ सदस्यों, अनैक विधायकों व प्रदेश के वरिष्ट नौकरशाहों की उपस्थित में जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गैरसेंण के भराड़ीसैंण में बनने वाले विधानसभा भवन सहित अनैक परिसरों की नींव गैरसैंण के एक ऐतिहासिक समारोह में हजारों जनसमुदाय के मध्य रखी तो पूरा गैरसेंण ही नहीं देश विदेश में रहने वाले सवा करोड़ उत्तराखण्डियों के चेहरों पर प्रसन्नता की लहर दौड गयी। इस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा है कि उत्तराखण्ड राज्य गठन के शहीदों व आंदोलनकारियों की भावना के अनरूप हमने इस दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम उठाने का प्रयास किया। राजधानी के मसले पर अभी विवाद पैदा नहीं किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि गैरसैंण विधानसभा भवन का निर्माण राज्य आंदोलन की मूल भावना के तहत किया जा रहा है। इसलिए इस शुरूआत को सकारात्मक रूप में लिया जाना चाहिए। वहीं सतपाल महाराज ने इसे प्रदेश की जनांकांक्षाओं को पूरा करने का महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री देवगोडा का स्मरण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश की जनता को जनांकांक्षाओं को साकार करने में इस महत्वपूर्ण कदम में साथ देने का भी आवाहन किया। वहीं विधानसभा भवन की नींव रखने के लिए अधिकांश वक्ताओं ने मुख्यमंत्री व सांसद सतपाल महाराज के साथ विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल के प्रयासों की भी मुक्त कंठो से सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण विधानसभा भवन के निर्माण से पहाड़ों में विकास के नये युग का सूत्रपात होगा। उन्होंने कहा कि गैरसैंण विधानसभा भवन का निर्माण मंत्रिमंडल का सामूहिक निर्णय है। इस पर विवाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दो वर्ष के भीतर विधानभवन का निर्माण पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक विधानसभा सत्र गैरसैंण भी में संचालित होने से पहाड़ी क्षेत्रों के विकास को बल मिलेगा। अब पहाड़ों में पानी, सड़क, स्कूल, अस्पताल, रोजगार के बुनियादी मसलों के निराकरण की अभिनव शुरूआत भी की जा रही है। श्री बहुगुणा ने कहा कि पर्यटन व जल विद्युत से ही राज्य की आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं व युवाओं को केंद्र में रखकर ही उपयुक्त नीति तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता और हमारी सरकार का रिश्ता केवल वोट का नहीं है, हमारा रिश्ता भावना व विश्वास का है। बहुगुणा ने कहा कि जो भी घोषणाएं सरकार द्वारा की गईं वे धरातल पर उतरने लगी हैं। राज्य में अब नये घोषित पॉलीटेक्निक व इंजीनियरिंग कालेज भी धरातल पर उतर जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि अब गैरसैंण को लेकर उम्मीदें जगी हैं। आगे भविष्य बेहतर ही होगा। सांसद सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड की स्थायी राजधानी का निर्धारण न होने से ही गैरसैंण का मसला हाशिये पर गया है। ऐसे में अब गैरसैंण के विकास की पहल हो रही है तो फिर कौशिक समिति के साथ ही दीक्षित आयोग की सिफारिशों को भी केंद्र में रखकर उचित निर्णय लिया जाना चाहिए। सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि विधान भवन की बुनियाद पड़ने से गैरसैंण राजधानी का मार्ग भी प्रशस्त होगा। उन्होंने कहा कि गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी की बात तब की जाती जब स्थायी राजधानी का निर्धारण हो जाता। कृषि मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने भाजपा का नाम लिये बगैर कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्होंने दीक्षित आयोग की रपट विधानसभा के पटल पर रखकर गैरसैंण राजधानी की वकालत की थी तो तब भाजपा इस मसले से पीछे क्यों हटी। उन्होंने कहा कि राजधानी का मसला सहमति से होना चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व सिंचाई मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि गैरसैंण पर यह बड़ा कदम है, इसलिए इस पर सियासत के बजाय दलगत राजनीति से ऊ पर उठकर आगे बढ़ा जाना चाहिए। बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के साथ ही गैरसैंण जनपद सृजन की मांग उठाई। थराली के विधायक डा. जीतराम ने भी गैरसैंण को राजधानी बनाने की मांग की। इस कार्यक्रम में उपस्थित महत्वपूर्ण लोगों में प्रदेश कबिना मंत्री सुरेन्द्र नेगी, प्रीतम सिंह, प्रीतम पंवार, दिनेश अग्रवाल, मंत्रि प्रसाद नैथानी, विधायक शैला रानी रावत, मदन सिंह बिष्ट, सुबोध उनियाल, पूर्व सांसद महेन्द्रपाल, च महेन्द्र श्रीनगर के विधायक व कफकोट के विधायक आदि उपस्थित थे। संचालन डिप्टी स्पीकर डा. अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने किया। इस अवसर पर अनैक महत्वपूर्ण लाोगों के अलावा बड़ी संख्या में आंदोलनकारी भी उपस्थित थे । इनमें उत्तराखण्ड जनता संघर्ष मोर्चा के संयोजक व प्रदेश के अ..महाधिवक्ता अवतार सिंह रावत, जनता संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष देवसिंह रावत, राजेन्द्र शाह उपाध्यक्ष-विनोद नेगी, आई एस रावत व राजपाल बिष्ट सहित अनेक वरिष्ट गणमान्य लोग उपस्थित थे।
 

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