उत्तराखण्ड की राजधानी गैरसैंण ही बनेंः प्रदीप टम्टा


उत्तराखण्ड की राजधानी गैरसैंण ही बनेंः प्रदीप टम्टा
गैरसेंण ही उत्तराखण्ड की स्थाई राजधानी बने। यह दो टूक बात कांग्रेस के जमीनी नेता प्रदीप टम्टा ने प्यारा उत्तराखण्ड समाचार पत्र से अपने संसदीय आवास में इस सप्ताह एक विशेष भैंटवार्ता में कही। सांसद टम्टा ने कहा कि प्रदेश गठन के 12 साल बाद भी जनांकांक्षाओं के सम्मान करते हुए प्रदेश की स्थाई राजधानी गैरसैंण न बनाना लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली बात हे। उन्होंने कहा जिन उदेश्यों की पूर्ति के लिए प्रदेश के लोगों ने पृथक राज्य गठन के लिए शहादतें दी और ऐतिहासिक संघर्ष किया वे सभी जनांकांक्षायें प्रदेश की स्थाई राजधानी गैरसेंण बनाने से ही साकार होंगी।
दशकों तक जनसंघर्षो में समर्पित रहे सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि गैरसेंण आज उत्तराखण्डियों के लिए केवल स्थान मात्र तक सीमित नहीं है अपितु गैरसैण प्रदेश के स्वाभिमान, पहचान, लोकशाही व विकास का जीवंत प्रतीक भी बन गया हे। उन्होंने कहा यह शर्म की बात है कि गैरसेंण राजधानी बनाने की आंदोलनकारियों की सर्व सम्मत मांग को सरकारी समितियों द्वारा भी माने जाने के बाबजूद प्रदेश की सरकारें वहां पर राजधानी न बना कर प्रदेश की लोकशाही व शहीदों का अपमान करने में क्यों तुले है।
आज प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि आखिर किसके हितों की पूर्ति के लिए प्रदेश की राजधानी गैरसेंण न बनाये जाने पर सरकारें तुली हुई है।
अपनी बैबाक टिप्पणी के लिए जाने जाने वाले सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि यहां के राजनेताओं व नौकरशाहों को इस बात का भान होना चाहिए कि उनके इसी उत्तराखण्ड विरोधी प्रवृति के कारण प्रदेश में बड़ी संख्या में लोगों का पलायन हो रहा है। आज तो स्थिति और भी खतरनाक हो गयी है हमारे तथाकथित नेता भी प्रदेश के लोगों को अपने हाल पर छोड़ कर अपनी विधानसभा सीट भी पर्वतीय क्षेत्र से नहीं अपितु मैदानी क्षेत्र से चुनने के लिए हाथ पैर मार रहे है। यह सब प्रदेश के प्रति यहां के राजनेताओ ंकी उदासीन रवैये को ही उजागर करती है।
सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य का गठन इन हवाई राजनेताओं व नौकरशाही की ऐशगाह बनाने के लिए नहीं अपितु जनता ने अपनी जनांकांक्षाओं व विकास के सपने को साकार करने के लिए किया था। उन्होनंें कहा कि अब धीरे धीरे उत्तराखण्ड की जनता को यह बात समझ में आ रही है कि गैरसैंण राजधानी बनाये बिना न तो प्रदेश में पलायन रूकेगा व नहीं प्रदेश का चहुमुखी स्थाई विकास ही हो पायेगा। सांसद प्रदीप टम्टा ने तमाम राजनैतिक व्यक्तियों के अलावा सामाजिक संगठनों सु खुला आवाहन किया कि प्रदेश में लोकशाही की रक्षा में लिए गैरसैंण राजधानी बनाने के लिए सरकार पर सामुहिक दवाब बनायें। उन्होंने कहा कि अगर हम अब भी मूक रहे तो आने वाली पीडियां हमें कभी माफ नहीं करेगी।

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