हर सुबह मंगलमय हो आपकी


हर सुबह मंगलमय हो आपकी


हर सुबह मंगलमय हो आपकी
हर पल हो साथी मधुर मधुर
हर पल बरसे आप पर कृपा
हर हरि गोविन्द गोपाल की
ओंठों पर रहे सदा मुस्कान
जय जय करे सारा जहांन
हर जड़ चेतन के लिए रहे
तनमन आपका आठों याम।।
हर स्वप्न साकार हो आपके
हर सांसों में बसें रामकृष्ण।
देवसिंह रावत
(4 मार्च 2012  बुधवार, प्रातः7बज कर 48 मिनट )



Comments

Popular posts from this blog

-देवभूमि की पावनता की रक्षा की फिर भगवान बदरीनाथ ने- निशंक के बाद मनंमोहन को भी जाना होगा

नव प्रभात शुभ प्रभात हो